दोस्त ही निकले हिस्ट्रीशीटर विनय के कातिल
हिस्ट्रीशीटर विनय उर्फ बुड्ढा की हत्या के मामले का पुलिस ने उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया। पुलिस का दावा है कि लूटे गए मोबाइल को लेकर हुए झगड़े में विनय की मौत हुई है।
बागपत, जेएनएन। हिस्ट्रीशीटर विनय उर्फ बुड्ढा की हत्या के मामले का पुलिस ने उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया। पुलिस का दावा है कि लूटे गए मोबाइल को लेकर हुए झगड़े में विनय की मौत हुई है।
शुक्रवार को एएसपी अनिल सिंह सिसौदिया ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पुलिस ने केस की विवेचना के आधार पर नामजद आरोपित चिटू त्यागी के अलावा अंकित निवासी खेकड़ा को कस्बे से ही गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर विनय उर्फ बुड्ढा व अन्य साथियों ने मिलकर कस्बे में ही एक युवक से दो-तीन दिन पूर्व मोबाइल लूटा था। जिसको लेकर 19 अक्टूबर को विनय का साथी अंकित के प्लाट पर जूली से झगड़ा हो गया था। डंडे से पिटाई करने पर विनय की गंभीर चोट लगने से मौत हो गई थी। घटना का किसी को पता न चले, इसलिए सोनू त्यागी की इको कार में विनय का शव रखकर गाजियाबाद के सुराना के पास हिडन नदी में फेंक आए थे।
एएसपी का कहना है कि पकड़े गए आरोपितों के अलावा सोनू त्यागी, सचिन त्यागी और जूली, हिस्ट्रीशीटर विनय की हत्या करने में शामिल रहे है। विनय से आरोपितों की दोस्ती थी। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
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यह था मामला
पुलिस के मुताबिक खेकड़ा कस्बे की पट्टी रामपुर निवासी सुधीर पुत्र जयकुमार ने 20 अक्टूबर को कस्बे के थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था कि उसके भाई विनय उर्फ बुड्ढा का सोनू पुत्र दयाचन्द त्यागी, सचिन त्यागी पुत्र भूषण त्यागी निवासीगण ग्राम बड़ागांव, चिन्टू पुत्र महेश, जुली पुत्र सोमपाल निवासीगण खेकड़ा और एक अज्ञात ने अपहरण कर लिया है। अपहृत विनय उर्फ बुड्ढा खेकड़ा थाने का हिस्ट्रीशीटर था। उसका शव 21 अक्टूबर को गाजियाबाद की मुरादनगर पुलिस को लावारिस हालत में हिडन नदी में मिला था। 72 घंटे में उसके शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने लावारिस में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। उसके फोटो व कपड़ों के आधार पर उसके परिजनों ने शव की शिनाख्त की थी।
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जमानत पर जेल से
छूटा था विनय
खेकड़ा थाना प्रभारी अजय शर्मा का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर विनय पर बीस से अधिक मुकदमें दर्ज थे। घटना से चार-पांच दिन पूर्व ही विनय जमानत पर जेल से छूटा था। आरोपित जूली और सोनू हत्या के मामले में जमानत पर जेल से कुछ समय पहले ही छूटे थे। आरोपित सोनू गाजियाबाद में फाईनेंस कंपनी में हुई लूट की घटना में भी शामिल रह चुका है।