ग्रामीणों ने घर लौट रहे मजदूरों को कराया भोजन
लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना मजदूरों को उठाना पड़ रहा है। गैर राज्यों से मजूदर अपने घर लौटने के लिए भूखे बीवी बच्चों के साथ सैंकड़ों किमी का सफर पैदल ही करने को निकल पड़े हैं।
बागपत, जेएनएन। लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना मजदूरों को करना पड़ रहा है। गैर राज्यों से मजदूर अपने घर लौटने के लिए भूखे बीवी बच्चों के साथ सैकड़ों किमी का सफर पैदल ही करने को निकल पड़े हैं। ऐसे में कुछ ग्रामीण मजदूरों के भोजन की व्यवस्था भी कर रहे हैं।
अमरोहा, मुरादाबाद निवासी जयविद्र, अमरजीत, कृष्णपाल, चमन आदि ने बताया कि वे सोनीपत में मजदूरी करते थे, लेकिन काम और पैसा खत्म हो जाने के कारण अब उन्हें पैदल सफर करना पड़ रहा है। बरेली के इस्लाम, राजू, इमरान व इमराना अपने दो छोटे बच्चों संग पैदल व ठेली से सफर कर रहे हैं। बताया कि वे सभी सोनीपत में मजदूरी करते थे। अब वापस जा रहे हैं। इसके अलावा सुबह से ही एक्सप्रेस-वे से बड़ी तादाद में लोग अपने गंतव्य की तरफ निकल रहे हैं। सुबह से शाम तक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर पैदल राहगीरों का रेला लगा है।
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ग्रामीण कर रहे पेट
भरने को व्यवस्था
एक्सप्रेस-वे से पैदल गुजर रहे राहगीरों की सहायता में लगे ग्रामीण खाने पीने की व्यवस्था कर रहे हैं। भूखे राहगीरों को खाना खिलाने के साथ रास्ते के लिए भी दे रहे हैं। लहचौड़ा, गौना व सरफाबाद के ग्रामीणों ने एक्सप्रेस-वे किनारे ही भट्ठी चढ़ाकर खाने की व्यवस्था चालू कर दी है। खाने की ही नहीं, बल्कि लोगों को आगे तक भेजने के लिए वाहनों की व्यवस्था भी ग्रामीण करा रहे हैं।
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राहगीरों की जेब पर
डाल रहे डाका
देश में लॉकडाउन के बाद भी एक्सप्रेस-वे पर अवैध वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। कुछ डग्गामार वैन के साथ बस चालक भी मनमाफिक किराया वसूल रहे हैं। अधिक रकम लेने पर कई मजदूरों का झगड़ा वैन चालक से हुआ। कहना था कि अगर उनके पास इतनी रकम होते तो पैदल सफर करने को मजबूर नहीं होते।
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पंजाब व हरियाणा
से लौट रहे मजदूर
पंजाब व हरियाणा की फैक्ट्रियों व कंपनियों के बंद होने पर हजारों मजदूर अपने घर के लिए पैदल निकल रहे हैं। पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार से ही मजदूरों का पैदल गमन जारी है। कोई बरेली जा रहा तो कोई गोरखपुर। राहगीरों को पुलिस की मदद से आगे गंतव्य की तरफ भेजा जा रहा है।