जेल में लोकगीत पेश कर बंदियों ने बांधा समां
जेल में गांधी जयंती पर हुई विभिन्न प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बंदियों को अधिकारियों ने सम्मानित किया। रागनी पेशकर बंदियों ने स्टाफ के साथ बंदियों को भी नाचने पर विवश कर दिया।
बागपत, जेएनएन। जेल में गांधी जयंती पर हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बंदियों को अधिकारियों ने सम्मानित किया। रागनी पेशकर बंदियों ने स्टाफ के साथ बंदियों को भी नाचने पर विवश कर दिया। जेल में हुए कार्यक्रम में बंदियों ने अपनी प्रतिभा दिखाई।
बुधवार को जेल में गांधी जयंती पर प्रतियोगिता का शुभारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव पीपी जायसवाल, उप्र अपराध नियंत्रण समिति के मेरठ मंडल सचिव हाजी असलम ने किया। बंदियों ने प्रतियोगिता में स्थान पाने को जमकर पसीना बहाया। बैडमिंटन में हरिश व पीटर प्रथम, प्रवीण व साजिद द्वितीय, कैरम बोर्ड में सावेज प्रथम, गोविद द्वितीय, शतरंज में देवप्रिय प्रथम, ओमपाल द्वितीय, निबंध प्रतियोगिता में रोहन धामा प्रथम, जगसोरन द्वितीय, पेंटिग में विपिन प्रथम, परम द्वितीय, रस्साकसी में देवेंद्र की टीम प्रथम, दीपक की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। वालीबॉल में सन्नी व विपिन की प्रथम तो प्रवीण व लाखन की टीम द्वितीय तथा रागनी गायन में भोपाल शर्मा प्रथम तो बलराज ने द्वितीय स्थान पाया। रागनी सुनकर बंदियों ने अधिकारियों के सामने ही नाचना शुरू कर दिया। अतिथियों ने जेल अधीक्षक सुरेश सिंह के साथ मिलकर स्थान पाने वाले बंदियों को पुरस्कृत किया।