Meerut Toll Plaza : गाड़ी निकालने को लेकर भाकियू नेता और टोल कर्मियों के बीच हुआ झगड़ा, किसानों ने टोल कराया फ्री
भाकियू के नेताओं ने धरना दिया। जिन्हें कर्मचारी के द्वारा माफी मांगने का हवाला देते हुए समझाया गया। टोल फ्री नहीं हुआ था। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की। बालैनी थाना एसएसआइ सागर सिंह का कहना है कि लेन से कार निकालने को लेकर भाकियू के नेता व टोल कर्मचारियों में विवाद हुआ था। इस संबंध में पुलिस से शिकायत नहीं की गई है।
संवाद सूत्र, जागरण पिलाना : मेरठ-बागपत-सोनीपत हाईवे पर स्थित बालैनी टोल प्लाजा पर वीआइपी लेन से कार निकालने के विवाद में भाकियू नेता व टोल कर्मियों के बीच झगड़ा हुआ। इससे हंगामा हुआ। भाकियू नेताओं ने टोल फ्री कर धरना दिया। पुलिस व टोल के वरिष्ठ कर्मचारियों ने किसान नेताओं को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया।
भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने बताया कि शुक्रवार दोपहर यूनियन के गाजियाबाद के कुछ नेता अपनी कार से बागपत आ रहे थे। बालैनी टोल प्लाजा पर वीआइपी लेन से कार निकालते समय टोल कर्मचारी ने बूम बैरियर डाल दिया। जिससे कार का शीशा टूट गया। आपत्ति करने पर टोल कर्मचारी मारपीट करने लगे। इसके विरोध में बागपत व मेरठ के यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने टोल पर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया। इससे टोल फ्री हुआ।
वहीं टोल प्लाजा के मैनेजर दीपक पुंडीर ने बताया कि बंद लेन से भाकियू के नेता कार निकाल रहे थे। दूसरी लेन से कार निकलने के लिए बोला तो कार लेकर दौड़ पड़े। कार के पहिये के नीचे कर्मचारी मोहित का पैर आने से बाल-बाल बचा। कर्मचारी का हाथ लगने से कार का शीशा टूट गया।
भाकियू के नेताओं ने धरना दिया। जिन्हें कर्मचारी के द्वारा माफी मांगने का हवाला देते हुए समझाया गया। टोल फ्री नहीं हुआ था। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की। बालैनी थाना एसएसआइ सागर सिंह का कहना है कि लेन से कार निकालने को लेकर भाकियू के नेता व टोल कर्मचारियों में विवाद हुआ था। इस संबंध में पुलिस से शिकायत नहीं की गई है।