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..और किसानों ने दिखाई दरियादिली

बेशक चक्का जाम से हजारों लोगों को परेशानी हुई हो लेकिन किसानों ने इंसानियत दिखाई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 08:15 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 08:15 PM (IST)
..और किसानों ने दिखाई दरियादिली
..और किसानों ने दिखाई दरियादिली

बागपत, जेएनएन। बेशक चक्का जाम से हजारों लोगों को परेशानी हुई हो, लेकिन किसानों ने इंसानियत का फर्ज निभाने को दरियादिली दिखाने में भी कसर नहीं छोड़ी। चक्का जाम के दौरान बीच में कई बार किसानों ने बरातियों, परीक्षार्थियों और बीमार लोगों के वाहनों को निकलवाया।

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यूपी-हरियाणा बार्डर पर निवाड़ा में यमुना के पुल पर चक्का जाम लगाते वक्त भाकियू कार्यकर्ताओं ने ऐलान किया कि बीमार लोगों को ले जा रहे वाहनों, परीक्षा देने जा रहे परीक्षार्थियों और बरात लेकर जा रहे लोगों के वाहनों को नहीं रोका जाएगा। हुआ भी ऐसा ही, क्योंकि किसानों ने बार-बार सड़क ट्रैक्टर ट्राली हटाकर उनके वाहनों को निकलवाया।

हालांकि भाकियू के कई युवा कार्यकर्ताओं ने वाहनों को निकलवाने की मिन्नत कर रहे लोगों को से चुभने वाले शब्दों में बात की तो भाकियू के उम्रदराज लोगों ने उन्हें ऐसा नहीं करने की सख्त हिदायत देकर स्थिति को सामान्य बनाने में कसर नहीं

छोड़ी। दोपहर 12.46 बजे चक्का जाम कर रहे किसानों ने इतनी दरिया दिली दिखाई कि ट्रैक्टर-ट्राली हटाकर दोनों तरफ के सभी वाहनों को जाम से निकलवाकर फिर नये सिरे से जाम लगाया।

कई बार भाकियू नेता इंद्रपाल सिंह, हिम्मत सिंह, उपेंद्र चौधरी और रविद्र मुखिया समेत कई किसानों को लोगों से कहते सुना कि यह लड़ाई हम अपने लिए नहीं बल्कि सबके लिए लड़ रहे हैं।..किसान बचेगा तो तुम्हें पेट भरने को अन्न और सब्जियां पैदा करके देगा। फिर आपको भी किसानों का साथ देना चाहिए..। किसान यूनियन ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा

किसानों ने तहसील में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा, जिसमें कई समस्याओं का निस्तारण करने की मांग की। शुक्रवार को किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ब्रजपाल सिंह के नेतृत्व में किसानों ने तहसील पहुंचकर प्रदर्शन किया। किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में कहा कि तीनों कृषि बिल किसानों के विरोधी हैं। किसानों ने प्रधानमंत्री से तीनों बिल वापस लेने व उत्तर प्रदेश में 20 रुपये प्रति हार्स पावर खत्म करने, बिजली के बिल पर ब्याज खत्म करने व 14 दिनों में गन्ना भुगतान के वायदे को पूरा करने की मांग की। इस दौरान बलजौर सिंह आर्य, विक्रम सिंह आर्य, धर्मपाल सिंह, धर्मपाल सिंह चेयरमैन धीर सिंह तोमर, डाक्टर कृपाल सिंह, वेदपाल पंवार, सुरेंद सिंह सरौहा आदि मौजूद रहे।


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