किसान दिवस में किसानों के तेवर रहे तल्ख
जागरण संवाददाता, बागपत: किसान दिवस में अन्नदाता के तेवर तल्ख नजर आए। बरसात के मौसम में भी नह
जागरण संवाददाता, बागपत: किसान दिवस में अन्नदाता के तेवर तल्ख नजर आए। बरसात के मौसम में भी नहरों में पानी नहीं आने पर किसानों ने रोष जताया। साथ ही गन्ना भुगतान नहीं होने से परिवारों के आर्थिक संकट से जूझने की बात कही। किसानों ने साफ बताया कि गन्ना भुगतान नहीं मिलने से बच्चों की फीस जमा नहीं हुई है। इससे बच्चों के नाम स्कूल काट रहे हीं। गंभीर बीमारी से जूझ रहा किसान हो या बेटी के हाथ पीले करने की तैयारी कर रहा किसान, सभी गन्ना भुगतान नहीं होने से लाचार हो गए हैं।
बुधवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में किसान दिवस का आयोजन किया गया। डीएम ऋषिरेन्द्र कुमार के समक्ष किसानों ने बरसात के मौसम में चौगामा नहर व खेकड़ा मानइर में पानी नहीं आने का मुद्दा उठाया। डीएम ने इस संबंध में ¨सचाई विभाग के अधिकारियों को जवाब तलब किया। किसानों ने बताया कि सूबे की सरकार ने 15 दिन के भीतर गन्ने का भुगतान कराने का दावा किया था, लेकिन शुगर मिलों ने इस सत्र का गन्ना भुगतान अभी तक नहीं किया है। मलकपुर मिल ने मात्र दस प्रतिशत, रमाला व बागपत सहकारी शुगर मिल ने 60 प्रतिशत गन्ने का भुगतान किया है। किसानों ने गंभीर बीमारी से पीड़ित किसान को इलाज, बेटी का विवाह करने व स्कूलों की फीस जमा कराने के लिए शुगर मिलों से जरूरत के हिसाब से गन्ने का भुगतान कराया जाए। इस पर डीएम ने जल्द से जल्द गन्ना भुगतान कराने का वादा किया। किसानों ने सरूरपुर में स्थित बैंक में कनेक्टिविटी न होने से रुपये न मिलने, किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने को नो डयूज के लिए रुपये मांगने की शिकायत की। इस पर डीएम ने एलडीएम से शिकायतों का निस्तारण करने को कहा। भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने देहात में स्थित सीएचसी व पीएचसी पर चिकित्सकों के नाम, मोबाइल नंबर, बैठने का समय व दवा वितरण का ब्योरा लिखवाने, नाबार्ड से पशुपालक को ऋण दिलाने की मांग की। डीएम ने उक्त मांगों को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। एसडीएम विवेक यादव, उप निदेशक कृषि प्रशांत कुमार, किसान संजीव मान, जयवीर, रणवीर, महेन्द्र, सुशल, ब्रजपाल, शिवदत्त शर्मा, महीपाल, बिजेन्द्र, तनवीर अहमद, अमरजीत, योगेश, ओमपाल, रामभरोसे, सुखपाल व हरपाल आदि मौजूद रहे।