मुफ्त में डायलिसिस होने से मरीजों के चेहरे खिले
जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा होने से कई मरीजों के चेहरे खिल गए है क्योंकि उनका रक्तशोधन मुक्त में हो रहा है। इलाज करने के लिए कई मरीज के परिजन तो अपनी जमीन तक बेच चुके है।
बागपत, जेएनएन। जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा होने से कई मरीजों के चेहरे खिल गए है, क्योंकि उनका रक्तशोधन मुफ्त में हो रहा है। इलाज करने के लिए कई मरीज के परिजन तो अपनी जमीन तक बेच चुके हैं।
जिले में गत नवंबर माह में डायलिसिस की सुविधा शुरू हुई थी। फिलहाल यहां पर 23 मरीजों की डायलिसिस का कार्य चल रहा है। फिजिशियन डॉक्टर दीपक कुमार की देखरेख में टेक्नीशियन सागर, सोमेंद्र कुमार और मिथलेश मरीजों का मशीन से रक्तशोधन करते हैं। शनिवार को सिघावली अहीर गांव के किसान निर्मेश की भी डायलिसिस हुई।
उधर, सीएमएस डॉक्टर बीएलएस कुशवाहा का कहना है कि अभी तक 23 मरीजों के डायलिसिस के लिए रजिस्टेशन हो चुका है। प्रतिदिन 10-11 मरीजों की डायलिसिस होती है।
हर तीसरे दिन होती है डायलिसिस
टेक्नीशियन सोमेंद्र कुमार का कहना है कि मरीज की हर तीसरे दिन डायलिसिस होती है। यदि मरीज समय से डायलिसिस और दवाईयों का सेवन करें तो उनको कोई परेशानी नहीं होती है। तीन साल में खर्च हो चुके है 35 लाख
सोनी यादव का कहना है कि उनके भाई निर्मेश यादव का पिछले तीन साल से इलाज चल रहा है। पहले डायलिसिस गाजियाबाद के प्राइवेट अस्पताल में कराई जाती थी। जहां पर एक बार डायलिसिस करने के 5000 रुपये खर्च होते थे। भाई के इलाज में करीब 35 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन अब भाई की डायलिसिस बागपत में मुफ्त में हो रही है।