निरपुड़ा में पंचायत, लोयन में चंदा और वाजिदपुर में पकड़े पशु
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): प्रशासन बेसहारा पशुओं के रहने, खाने-पीने की व्यवस्था नहीं
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): प्रशासन बेसहारा पशुओं के रहने, खाने-पीने की व्यवस्था नहीं कर पाया है, जिसके चलते लोयन गांव में पंचायत हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि तीन दिन से बंद बेसहारा पशुओं को हरियाणा की गोशाला में छोड़ा जाएगा, इसके लिए चंदा इकट्ठा शुरू होने लगा है। निरपुड़ा गांव में भी पंचायत हुई, जिसमें पशुओं को स्कूलों में ही बंद रखने का निर्णय लिया और व्यवस्था के लिए 20 जनवरी को डीएम से मिलने का निर्णय लिया गया। उधर, वाजिदपुर और लौहड्डा गांव में बेसहारा पशुओं को पकड़कर प्राथमिक स्कूल और सहकारी समिति परिसर में बंद कर दिया गया है।
हरियाणा की गौशाला में छोड़े जाएंगे पशु
लोयन गांव में तीन दिन से लगभग 50 बेसहारा पशु प्राथमिक विद्यालय में बंद हैं। इस समस्या को लेकर विद्यालय के सामने पंचायत हुई। ग्राम प्रधान दीपक तोमर ने जानकारी दी कि पंचायत में सहमति बनी है कि बेसहारा पशुओं को हरियाणा की गौशाला में छोड़ा जाए। चूंकि वहां प्रति पशु 31 सौ रुपए देने पड़ते हैं, इसलिए गांव में चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया गया है। एक अनुमान के अनुसार लगभग तीन लाख रुपए किसान चंदे के रूप में एकत्र करेंगे। पंचायत में पूर्व प्रधान अनिरुद्ध, तेजपाल ¨सह, जगवीर प्रधान, ब्रजपाल दारोगा, जगदीश भगत जी, आनंद, राजेंद्र आदि लोग मौजूद रहे।
डीएम से मिलने का निर्णय लिया
निरपुड़ा गांव में बेसहारा पशुओं को लेकर पंचायत हुई, जिसमें निर्णय लिया कि समाधान होने तक पशुओं को स्कूलों में ही बंद करते रहेंगे और चारे, पानी आदि की व्यवस्था की जाएगी। प्रशासन ने समस्या का समाधान करा दिया तो ठीक, अन्यथा 20 जनवरी को रालोद के पूर्व विधायक वीरपाल राठी के साथ प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिलेगा। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता तो महापंचायत कर अगला निर्णय ले लेंगे। इसके लिए कमेटी बना दी गई है। इस दौरान बाबा भोल्लर ¨सह, बिजेंद्र राणा, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, नाहर ¨सह दरोगा, सोमपाल, अनिल, वेदू, सहेंद्र, यशपाल, सुरेंद्र, नरेंद्र, सहदेव, निश्चय राणा, हरपाल, देशपाल आदि मौजूद रहे।
वाजिदपुर और लौहड्डा में पकड़े पशु
वाजिदपुर और लौहड्डा गांव के लोगों ने सुबह से ही बेसहारा पशुओं की घेराबंदी शुरू कर दी थी। दोपहर 12 बजे तक लगभग 30 से ज्यादा पशुओं को पकड़कर गन्ना क्रय केंद्र पर इकट्ठा कर लिया गया था। उसके बाद गांव के लोग पशुओं को लेकर लौहड्डा सहकारी समिति पहुंचे और लगभग 15 पशु बंद कर दिए। वहां से लोग लगभग 16 पशुओं को लेकर वाजिदपुर गांव में पहुंचे और प्राथमिक विद्यालय नंबर एक में बंद कर दिया। चारे-पानी आदि की व्यवस्था भी कराई गई है।