डाक टिकट व पोस्टकार्डों को लेकर दिखी उत्सुकता
राष्ट्रीय डाक सप्ताह के अंतर्गत शनिवार को नगर स्थित प्रधान डाकघर में तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन शुरू हो गया है जिसमें छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोगों ने ऐसे डाक टिकटों को देखा जो आज के समय चलन से बाहर हो गए हैं।
बागपत, जेएनएन। राष्ट्रीय डाक सप्ताह के अंतर्गत शनिवार को नगर स्थित प्रधान डाकघर में तीन दिवसीय डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन शुरू हो गया है। प्रदर्शनी में छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोगों ने ऐसे डाक टिकटों को देखा, जो आज के समय चलन से बाहर हो गए हैं। लोगों ने डाक टिकटों के बारे में जानकारी भी ली।
प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में 1899 में ईस्ट इंडिया कंपनी के पोस्टकार्ड से लेकर वर्ष 2011 तक के डाक टिकट, पोस्ट कार्ड आदि को जगह दी गई है। इसमें 11 जून 1967 को जारी महाराणा प्रताप के नाम से जारी टिकट लगा है तो चार मार्च 1962 को जारी दयानंद सरस्वती का टिकट भी लगा है। लोग उत्सुकता से चलन से बाहर हुए टिकट और पोस्टकार्ड आदि के बारे में एक-एक कर जानकारी ले रहे हैं। इनके फोटो भी अपने मोबाइलों में कैद कर रहे हैं। अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में 100 से ज्यादा टिकट लगाए गए हैं। इस दौरान स्कूल के बच्चे भी प्रदर्शनी को देखने पहुंचे। प्रदर्शनी में सहायक डाक अधीक्षक सुरेंद्र कुमार अग्रवाल, मुद्रा एवं डाक टिकट परिषद के सचिन कुमार गुप्ता, सचिन वत्स, प्रवीण, विनोद, भीम, प्रदीप आदि मौजूद रहे। ये बने प्रदर्शनी का हिस्सा
--फिलैटली डे पर डाकघर में लगी प्रदर्शनी में प्रथम आवरण दिवस पर चार मार्च 1962 को जारी दयानंद सरस्वती, 28 जनवरी 1965 को जारी लाला लाजपत राय, 31 अक्टूबर 1965 को जारी सरदार बल्लभ भाई पटेल, 30 अप्रैल 1958 को जारी इंडियन एयर फोर्स, 23 जनवरी 1964 को जारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस, दो जून 1974 को जारी शिवाजी महाराज, 19 अक्टूबर 1963 को जारी सरदार भगत सिंह, 2006 को जारी चंदन की लकड़ी, 800वां उर्स पर जारी दरगाह शरीफ अजमेर, 1969 को गांधी शताब्दी पर जारी टिकट और पोस्ट कार्ड लगाए गए हैं।