खुशफहमी में लोगों ने मास्क को दी तिलांजलि
कोरोना के खूनी पंजों से छूटे रहे शहर के लिए यह खुशफहमी ज्यादा दिन चलती है।
बागपत, जेएनएन। कोरोना के खूनी पंजों से छूटे रहे शहर के लिए यह खुशफहमी ज्यादा दिन चलती नहीं दिख रही। बुधवार को शहर के बाजार में उमड़ी भीड़ के बीच तार-तार हुई कोरोना गाइडलाइन ने इस बात के साफ संकेत दे दिए हैं कि संक्रमण का शिकंजा फिर से कसेगा और जल्द ही दोबारा कोरोना कर्फ्यू लगाने के हालात बन जाएंगे।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद कई शहरों में तीसरी लहर ने भी दस्तक दे दी है। धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इन हालातों में प्रदेश सरकार ने 600 से कम सक्रिय केसों वाले जिलों को कोरोना कर्फ्यू से राहत दे दी, मगर साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की हिदायत भी दी।
अनलाक होते ही लोग यह मान बैठे हैं कि कोरोना संक्रमण खत्म हो चुका है। इसी गलतफहमी में बुधवार को शहर की सड़कों पर जगह-जगह जाम के साथ-साथ दुकानों व सार्वजनिक स्थानों पर लोग बिना मास्क लगाए दिखाई दिए। लोग यह दलील देते भी दिखाई दिए कि अब तो सरकार ने भी मान लिया कि कोरोना खत्म हो चुका है, इसीलिए मास्क अब गैरजरूरी हो गया है।
इस संबंध में एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र का कहना है कि लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना चाहिए, क्योंकि यदि दोबारा संक्रमण बढ़ा तो फिर से कोरोना कर्फ्यू लगाना मजबूरी होगा। इसका नुकसान जनता को ही उठाना पड़ता है। पुलिस ने बाजारों में गश्त की
अनलाक में क्षेत्र के बाजार खुल गए हैं। बुधवार को दोघट पुलिस ने क्षेत्र के बाजारों में फ्लैग मार्च किया।
इंस्पेक्टर दिनेश कुमार चिकारा ने बताया कि सरकार ने तो बाजारों को खोलने की छूट दे दी है, लेकिन लोग लापरवाह बने हुए हैं। बाजारों में कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं हो रहा है। पुलिस ने टीकरी व दोघट कस्बों के अलावा बामनौली, निरपुड़ा, दाहा आदि गांवों के बाजारों में फ्लैग मार्च किया। लोगों से अपील करते हुए कहा कि दुकानदार समय पर ही दुकान खोलें और समय पर ही बंद करें। ग्राहकों की भीड़ न लगने दें। मास्क अवश्य लगाया जाए। पुलिस ने बाजार में भीड़ लगाने वालों को भगाया।