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आनलाइन क्लास से आपदा में पढ़ाई जारी रखने का तरीका समझाया

जागरण यूथ कनेक्ट कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने आनलाइन क्लास में अपनी समस्याओं को शिक्षकों के समक्षा रखा। संबंधित शिक्षक ने उनके प्रश््नों का जवाब दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 07:28 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 07:28 PM (IST)
आनलाइन क्लास से आपदा में पढ़ाई जारी रखने का तरीका समझाया

बागपत, जेएनएन। जागरण यूथ कनेक्ट कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने आनलाइन क्लास में अपनी समस्याओं को शिक्षकों के समक्ष रखा। शिक्षकों ने विद्यार्थियों को आनलाइन क्लास से प्राकृतिक आपदा में पढ़ाई जारी रखने का तरीका समझाया। इसके अलावा विद्यार्थियों ने कई सवाल किए, जिनका समाधान विद्या भवन स्कूल की प्रधानाचार्या अनीता शर्मा ने किया। उन्होंने छात्रों के प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा शांत की।

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कक्षा 12 के छात्र पार्थ शर्मा ने कहा कि वैसे तो आनलाइन क्लास में मुझे कोई दिक्कत नहीं आ रही है, पर इस प्रकार की क्लास में विद्यालय के माहौल की कमी खल रही है। इसका सीधा प्रभाव किसी न किसी रूप में पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। प्रधानाचार्या ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण आनलाइन क्लास को किया जा रहा है। शासन की मंशा 15 अगस्त के बाद स्कूल कालेज खोलने की है। इसके बाद इस समस्या का समाधान स्वत: ही हो जाएगा।

कक्षा 10 की छात्रा अनुष्का ने पूछा कि मोबाइल, लैपटाप की ऊर्जा का प्रभाव हमारी आंखों पर पड़ रहा है। क्या इससे ²ष्टिदोष बढ़ने की संभावना है? प्रधानाचार्या ने कहा कि ये ठीक है कि मोबाइल, लैपटाप की किरणें हमारी आंखों को प्रभावित करत हैं। इस वजह से आनलाइन क्लास के बीच में 10 से 15 मिनट का गैप रखा जाता है। फिर भी यदि किसी छात्र की आंखों में ज्यादा परेशानी हो तो नेत्र डाक्टर से परामर्श ले सकते हैं।

कक्षा 12 के छात्र आयुष यादव ने आनलाइन क्लास को फायदेमंद बताते हुए कहा कि इससे हमारी पढ़ाई में कोई रूकावट नहीं आई। वहीं कक्षा 12 की छात्रा खुशी का सवाल था कि भौतिक विज्ञान के न्यूमेरिकल जितने आसानी से आफलाइन क्लास में समझ आते हैं, उतनी आसानी से आनलाइन क्लास में समझ नहीं आते हैं। ऐसा क्यों? शिक्षक सलीम का कहना था कि आफलाइन व आनलाइन पढ़ाई में अंतर तो होता ही है। गणित व भौतिक विज्ञान की पढ़ाई में यह वास्तव में स्पष्ट दिखाई देता है। फिर यदि किसी विद्यार्थी को ज्यादा दिक्कत आ रही है तो वह अलग से फोन पर अपनी समस्या का समाधान करा सकते हैं।

कक्षा 10 की छात्रा समरीन, कविता, सोनिया, योगेश, प्रदीप का कहना था कि आनलाइन क्लास के सफल आयोजन ने सबसे बढ़ी बाधा नेटवर्क की है। इसका कोई समाधान हो तो बताएं। शिक्षक सलीम ने बताया कि नेटवर्किंग की समस्या का सामान अधिकांश विद्यार्थियों को करना पड़ रहा है। यह समस्या ग्रामीण क्षेत्र में और भी ज्यादा बढ़ जाती है। इसका सीधा सा समाधान से है कि जिस गांव में जिस कंपनी के नेटवर्क अच्छे आते हैं, उस कंपनी का सिम प्रयोग किया जाए। इसके अलावा स्टडी मैटीरियल की वीडियो को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्राप्त कर समस्या का समाधान पाया जा सकता है।


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