Move to Jagran APP

सीबीआइ ने खुलवाई जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक

मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच को सीबीआई टीम ने जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक खुलवाकर घटनास्थल तथा गटर को भी देखा। गटर से पिस्टल व कारतूस बरामद हुए थे। टीम ने स्टाफ से घटना के दौरान जेल में मौजूद बंदी कर्मचारियों की भी लिस्ट हासिल की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 09:51 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 06:11 AM (IST)
सीबीआइ ने खुलवाई जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक
सीबीआइ ने खुलवाई जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक

बागपत, जेएनएन। पूर्वाचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच को सीबीआइ टीम ने जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक खुलवाकर घटनास्थल तथा गटर को देखा। हत्या के बाद इसी गटर से पिस्टल व कारतूस बरामद हुए थे। टीम ने स्टाफ से घटना के दौरान जेल में मौजूद बंदियों व कर्मचारियों की लिस्ट भी हासिल की।

loksabha election banner

नौ जुलाई 2018 की सुबह सवा छह बजे मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तत्कालीन जेलर यूपी सिंह ने पश्चिम के कुख्यात सुनील राठी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने हत्या की साजिश में पांच लोगों को नामजद किया था। पुलिस ने इन पांचों को क्लीनचिट देते हुए सुनील राठी के खिलाफ चार्जशीट लगाई थी। इस कार्रवाई के खिलाफ सीमा सिंह की मांग पर हाई कोर्ट ने सीबीआइ जांच के आदेश दिए थे। बीती नौ मार्च को सीबीआइ टीम ने जेल पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। मंगलवार को सीबीआइ दो बार जेल आई। बुधवार दोपहर टीम ने स्थानीय कोर्ट में केस से संबंधित कागजात लेने के लिए अर्जी डाली और शाम को फिर जेल में पहुंचकर उक्त बैरक से सुबूत एकत्रित किए। कोतवाली इंस्पेक्टर आरके शर्मा का कहना है कि सीबीआइ को जो मदद चाहिए, अधिकारियों के निर्देश पर दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.