बैंकों की हड़ताल से हजारों लोग हलकान
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर दूसरे दिन शनिवार को भी बागपत में 145 बैंक शाखाओं पर ताले लटके रहने से 125 करोड़ रुपये का लेनदेन ठप रहा। यानी दो दिन में 250 करोड़ रुपये का लेनदेन नहीं हो सका। इससे बागपत के हजारों लोग हलकान हैं। वहीं एटीएम पर लटके तालों ने समस्या और बढ़ा दी।
बागपत, जेएनएन। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर दूसरे दिन शनिवार को भी बागपत में 145 बैंक शाखाओं पर ताले लटके रहने से 125 करोड़ रुपये का लेनदेन ठप रहा। यानी दो दिन में 250 करोड़ रुपये का लेनदेन नहीं हो सका। इससे बागपत के हजारों लोग हलकान हैं। वहीं एटीएम पर लटके तालों ने समस्या और बढ़ा दी।
सिडिकेट बैंक, ओरियंटल बैंक, केनरा बैंक, आंध्रा बैंक, सेंट्रल बैंक, इंडियन बैंक, कारपोरेशन बैंक, विजय बैंक, पंजाब नेशनल बैंक आदि बैंकों में हड़ताल रही है। कर्मचारियों ने 20 फीसदी वेतन वृद्धि, नई पेंशन योजना खत्म करने, पारिवारिक पेंशन में सुधार करने, विशेष भत्ते को वेतन में समायोजित करने, पांच दिवसीय बैंक व्यवस्था लागू करने, बैंक अफसरों के काम के घंटे तय करने व सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले लाभ को कर मुक्त करने, 11वां वेतन समझौता करने, रिक्त पद भरने, डूबते कर्ज को वसूलने, बैंकों के विलय पर रोक लगाने की मांग उठाई है।
वहीं बैंकों की इस हड़ताल से आमजन परेशान हैं। बैंकों पर ताला लटका देख लोग एटीएम पर जाते लेकिन वहां भी ताला लटका मिलता। जो एटीएम खुले भी थे तो उनसे रुपये नहीं निकले। सर्वाधिक दिक्कत उन लोगों को हुई जिन्हें पैसों की सख्त जरूरत है। नकदी न्हीं होने से कई लोगों को पेटीएम के जरिए खरीदारी करते देखे गए। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक प्रदीप बसंत थोराट ने कहा कि दो दिन बैंकों में हड़ताल रहने से करीब ढाई सौ करोड़ का लेनदेन नहीं हो सका। एटीएम में नोट भरवाए गए थे। हो सकता है कि ज्यादा निकासी होने से एटीएम खाली हो गए हों। बहुत से लोगों को जेब खाली होने के कारण अपना दूसरे शहरों में जाने का कार्यक्रम टालना पड़ा। उधार लेकर चलाया काम
बागपत: बैंकों में हड़ताल रहने के कारण अनेक लोगों को अपने बीमार परिजन का इलाज कराने या दूसरे बेहद जरुरी काम के लिए साहूकारों तथा अपने परिचितों से उधार लेकर काम चलाना पड़ा। अग्रवाल मंडी टटीरी के अंकुर शर्मा, बागपत के विनोद, अजयवीर सिंह चौहान, मनोज वर्मा आदि व्यापारियों ने कहा कि बैंकों में हड़ताल रहने के कारण उधार में सामान लेने वाले ज्यादा ग्राहक आए।