टेलर पर बरसाईं गोलियां, घटना सीसीटीवी में कैद
घटना के बाद गांव में तनाव हसनपुर मसूरी गांव तहसील को सबसे संवेदनशील गांव है। सुरेंद्र को गोली लगने के बाद तो मानों गांव आग के ढेर पर ही बैठा है। जैसे ही अधिकारियों को मामले की जानकारी मिली तो सुरक्षा के मद्देनजर कई थानों की फोर्स को गांव में तैनात किया। एसपी थाना पुलिस से पलपल की जानकारी ले रहे हैं।
संस, खेकड़ा (बागपत) : हसनपुर मसूरी में बदमाशों ने रंजिशन मकान के बाहर बैठे टेलर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। पीड़ित ने घर में घुसकर जान बचाई। सूचना के घंटा भर बाद भी पुलिस के नहीं पहुंचने पर परिजनों ने घायल जीटीबी अस्पताल भर्ती कराया। फायरिग की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
सुरेंद्र पुत्र श्रीचंद टेलरिग के साथ ही अपने घर में परचून की दुकान भी करता है। मंगलवार सुबह करीब आठ बजे सुरेंद्र एक अन्य व्यक्ति के साथ घर के बाहर कुर्सी पर बैठा था। तभी आए बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोली लगने पर सुरेंद्र भागकर घर में घुस गया। गोलियों की आवाज सुनकर ग्रामीणों को आता देखकर बदमाश फरार हो गए। ग्रामीणों ने तुरंत ही घटना की जानकारी पुलिस को दी। आरोप है कि करीब घंटा भर बाद भी पुलिस नहीं पहुंची तो परिजनों ने इलाज को शाहदरा के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस सूत्रों की मानें तो सुरेंद्र के हाथ में एक गोली लगी है। वहीं परिजनों का कहना है कि तीन गोलियां लगी हैं।घटना पीड़ित के मकान पर लगे कैमरों में कैद हुई। फुटेज में दो युवक सुरेंद्र पर पिस्टल से गोली दागते हुए दिखाई दे रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कैमरे की रिकार्डिंग डीलिट करने का भी प्रयास किया। कुछ देर बाद आक्रोशित परिजन गली में ही धरने पर बैठ गए। एएसपी रणविजय सिंह ने ग्रामीणों ने उठने की अपील की, लेकिन ग्रामीण आरोपितों की गिरफ्तारी होने तक बैठे रहने पर अड़ गए। पुलिस एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एएसपी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द आरोपित हिरासत में होंगे।
दो दिन पूर्व हुई थी कहासुनी
पखवाड़े के भीतर संदिग्ध परिस्थितियों में नूरपुर गांव में तीन लोगों की मौत हुई। इस पर लोगों ने अंबेडकर जयंती पर रैली में बज रहे डीजे को बंद कराया था। इस मामले पर हसनपुर मसूरी गांव के दलितों का झगड़ा नूरपुर के लोगों से हुआ था। घटना के बाद कुछ ग्रामीण मामले के तार दो दिन पूर्व हुए झगड़े से भी जोड़ रहे हैं। उनका कहना था कि दूसरे समाज के लोगों ने गोलियां चलाई हैं।
डीएम व एसडीएम भी पहुंचे मसूरी
कुछ ग्रामीणों का कहना था कि उनकी रैली रुकवाने के लिए ग्राम प्रधान ने मुख्य मार्ग स्थित नाले के लेंटर को तुड़वाया था। अगर लेंटर नहीं टूटता तो शायद घटना नहीं होती। पुलिस अधिकारियों ने डीएम को मामले की जानकारी दी। दोपहर बाद डीएम पवन कुमार एसडीएम पुलकित गर्ग को साथ लेकर हसनपुर मसूरी पहुंचे। तुरंत ही नाले पर लेंटर डलवाकर आवागमन चालू कराने के निर्देश दिए।
घटना के बाद गांव में तनाव
हसनपुर मसूरी गांव तहसील का सबसे संवेदनशील गांव है। जैसे ही अधिकारियों को मामले की जानकारी मिली तो सुरक्षा के मद्देनजर कई थानों की फोर्स को गांव में तैनात किया।
ग्राम प्रधान समेत छह पर मुकदमा
खेकड़ा : दोपहर बाद सुरेंद्र के परिजन व दर्जनों ग्रामीणों ने थाने पर पुलिस का घेराव किया। आरोप लगाया कि पुलिस ने रुपये लेकर सुरेंद्र पर गोली चलवाई है। दो दिन पहले झगड़ा हुआ था, तभी आरोपित ने गोली मारने की धमकी दी थी। अगर पहले ही पुलिस मामले को सख्ती से लेती तो आरोपित कैमरे लगे होने के बाद भी गोलियां नहीं दागते। संजय ने दी तहरीर बताया कि हसनपुर मसूरी ग्राम प्रधान नवीन चंद पुत्र राजकुमार व जयराम पुत्र लिच्छी के कहने पर कपिल, सुरेंद्र उर्फ बिल्लू, गौरव उर्फ लड्डू, रोहित व हरेंद्र ने उसके पिता पर गोलियां चलाई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है।
हाइवे बंद करने की चेतावनी
थाने पर पहुंचे लोगों का कहना था कि यदि जल्द आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे थाने पर आने के बजाए दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर जाम लगा देंगे। इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। आरोप लगाया कि आरोपित पक्ष के लिए जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर फिर से गोली मारने की धमकी दे रहे हैं। थाने में उक्त वक्त मामला गर्माया जब हवालात में बैठे आरोपित के पिता को देखकर महिलाओं ने कहासुनी शूरू की। पता लगने पर मौजूद लोग हवालात के पास पहुंचे। लोगों के गुस्से को भांपते हुए पुलिस ने बमुश्किल महिला व ग्रामीणों को थाने से बाहर भेजा। ग्रामीणों को गांव तक ले जाने के लिए पुलिस भी उनके साथ गई।
उधर, गांव हसनपुर मसूरी के प्रधान नवीन चंद्र शर्मा ने कहा कि चुनाव से पहले भी सुरेंद्र ने उस पर एसटीएसटी का मुकदमा कराया था। घटना से उसका कोई लेना-देना नहीं है। चुनावी रंजिश के चलते उसे मोहरा बनाया जा रहा है।