आर्य समाज का वार्षिकोत्सव संपन्न
फजलपुर सुंदरनगर गांव में तीन दिवसीय आर्य समाज का 95वां वार्षिकोत्सव शुरू हो गया। उधर आर्य समाज दाहा का 13वां वार्षिकोत्सव पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया।
बागपत, जेएनएन: फजलपुर सुंदरनगर गांव में आर्य समाज का तीन दिवसीय 95वां वार्षिकोत्सव शुरू हो गया। उधर, आर्य समाज दाहा का 13वां वार्षिकोत्सव पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया।
फजलपुर में वार्षिकोत्सव पर ओमपाल शास्त्री ने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ यज्ञ संपन्न कराया। सभा में आचार्य गजराज सिंह वेद वाचस्पति ने कहा कि वेद परमात्मा की वाणी है। वेदानुकूल आचरण से मानव का कल्याण हो सकता है। राजेंद्र आर्य ने यज्ञ को सर्वश्रष्ठ कर्म बताया। भजनपोदेशक मोहित शास्त्री, सविता आर्या व महाशय ओमप्रकाश ने समाज सुधार, कुरीति उन्मूलन, देशभक्ति से ओतप्रोत सुमधुर भजन प्रस्तुत किए। इस दौरान स्वामी यज्ञ मुनि वानप्रस्थी, मास्टर विनोद आर्य, ब्रजपाल सिंह शास्त्री, राजवीर सिंह, प्रमोद कुमार, सुखबीर कश्यप, डॉ. ईश्वर आर्य आदि मौजूद रहे। उधर, आर्य समाज दाहा के 13वें वार्षिकोत्सव का पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा देवेंद्र आर्य धनौरा ने कहा कि यज्ञ ही जीवन है, संसार के समस्त उत्तम कर्म यज्ञ की श्रेणी में आते हैं। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान रामपाल सिंह ने कहा एक अच्छे समाज का निर्माण संस्कारित बेटियां ही कर सकती है। स्वामी सत्यवेश शुक्रताल ने कहा कि आज का मानव धर्म से दूर होता जा रहा है, पाखंड अपनाकर दु:ख पैदा कर रहा है। इस दौरान देवेंद्र आर्य, आर्य समाज दाहा के प्रधान सुशील राणा, राजेंद्र सिंह आर्य, डा. रवि शास्त्री, यशवीर राणा, राजपाल राणा, यतेंद्र राणा, सोमपाल राणा, आचार्य परमवीर राणा, इंद्रपाल राणा, सतपाल आर्य, विजय सिंह, बिजेंद्र राणा आदि मौजूद रहे।