कोल्हू घोल रहे हवा में जहर, निद्रा में तंत्र
जिले में वायु प्रदूषण चरम पर पहुंच रहा है लेकिन तंत्र अभी भी गहरी निद्रा में है।
बागपत, जेएनएन। जिले में वायु प्रदूषण चरम पर पहुंच रहा है, लेकिन तंत्र अभी भी गहरी निद्रा में सोया हुआ है। यही कारण है कि चौगामा क्षेत्र में संचालित गन्ना कोल्हुओं पर गन्ना खोई के स्थान पर प्लास्टिक, पालीथीन एवं रबड़ की कतरन ईंधन के रूप में झोंकी जा रही है। कोल्हुओं की निमनियों से निकलने वाला जहरीला धुआं जन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है।
केंद्र व प्रदेश सरकार प्रदूषण बढ़ने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का दावा करती आ रही है, लेकिन निचले स्तर पर दावा दम तोड़ता नजर आ रहा है। इसे चौगामा क्षेत्र में कोल्हुओं पर आराम से देखा जा सकता है। प्रदूषण को बढ़ाने वाली प्लास्टिक आदि को जलाने पर यहां किसी की रोक नहीं है। स्वास्थ्य विभाग भी दावा करता है कि रबड आदि जलाने से सांस व अस्थमा जैसे मरीजों को नुकसान पहुंचता है। एसडीएम दुर्गेश मिश्र का कहना है कि यदि ऐसा हो रहा है तो जांच कर संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।