बच्चों से रूबरू हुए आरएएफ के आइजी
आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) के आइजी बच्चों से रूबरू हुए। आईजी ने बच्चों को शिक्षा के महत्व के बारे में बताया। शनिवार को जिवाना गुलियान के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में आरएएफ के आइजी डॉ. अरुण कुमार ने छात्र-छात्राओं से संवाद किया।
बागपत, जेएनएन। आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) के आइजी बच्चों से रूबरू हुए। आइजी ने बच्चों को शिक्षा के महत्व के बारे में बताया।
शनिवार को जिवाना गुलियान के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में आरएएफ के आइजी डॉ. अरुण कुमार ने छात्र-छात्राओं से संवाद किया। आइजी ने कहा कि जीवन मे कठिन परिश्रम और लगन से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। विद्या की सफलता की कसौटी ही विनम्रता है। विनम्रता और संस्कार से ही विद्यार्थी सफलता प्राप्त कर सकता है। अच्छा चरित्र मनुष्य का आभूषण है। चरित्रवान युवा पीढ़ी राष्ट्र की नींव है। उन्होंने कहा कि आज तकनीक बहुत विकसित हो गई है, जिससे हर क्षेत्र में बदलाव आ रहा है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कठिन परिश्रम और लगन से अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने कॅरियर संबंधी छात्र-छात्राओं के सवालों के भी जवाब दिए और अर्द्ध सैनिक बलों में कॅरियर बनाने की भी अपील की। स्कूल संस्थापक प्रो. बलजीत सिंह आर्य ने आइजी को शॉल, स्मृति चिह्न व वैदिक साहित्य भेंट किए। छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत व देशभक्ति पर आधारित नाटक की प्रस्तुति दी। रविद्र कुमार के संचालन व सुखबीर गठीना की अध्यक्षता में हुई गोष्ठी में आरएएफ 108 मेरठ के कमांडेंट शैलेंद्र कुमार, डॉ. सुनील आर्य, प्रधानाचार्य डॉ. राजीव खोखर, तनु सिरोही, बीना यादव, प्रो. ओमपाल सिंह, सुशील वत्स, विनोद खेड़ा, सुबोध राणा, राजू तोमर, ब्रजमोहन शर्मा, कृष्णपाल सिंह, पीतम सिंह आदि मौजूद रहे।