बीएड परीक्षा में 46 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
बागपत जेएनएन। मंगलवार को एमएम डिग्री कालेज परीक्षा केंद्र पर सात कालेज के 610 पंजीकृत परीक्ष
बागपत, जेएनएन। मंगलवार को एमएम डिग्री कालेज परीक्षा केंद्र पर सात कालेज के 610 पंजीकृत परीक्षार्थियों की परीक्षा थी। सुबह से हो रही बूंदाबांदी के बीच ही परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे। कालेज के गेट पर स्टाफ ने कोरोना नियमों का पालन करने वाले ही परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया। प्रवेश के दौरान परीक्षार्थियों की थर्मल स्केनिग भी कराई गई। सभी का टेंप्रेचर नार्मल मिला। प्राचार्य डा. जगदीश कुमार ने बताया कि पंजीकृत 610 परीक्षार्थी में 46 अनुपस्थित रहे, जबकि 564 ने परीक्षा दी। परीक्षा नकलविहिन संपन्न हुई कोई नकलची नहीं पकड़ा गया।
भटकते दिखे छात्र
मंगलवार को स्नातक व परास्नातक की परीक्षा थी। सोमवार को मंडोला में दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हुई थी। सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव मिलने पर आक्रोश स्वजन व ग्रामीणों ने दोनों को दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाइवे पर रखकर जाम लगा दिया। इससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। दिल्ली व गाजियाबाद से बागपत में परीक्षा देने जा रहे परीक्षार्थी मंडोला में ही फंस गए। परीक्षार्थियों ने ग्रामीणों को परीक्षा का वास्ता देकर निकल जाने की मिन्नतें की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद परीक्षार्थी पैदल ही बागपत की तरफ निकल चले। रास्ते में मिले वाहन सवारों की मदद से परीक्षा देने के लिए निकले। वाहनों का आवागमन बंद होने से पाठशाला बस स्टैंड पर भी परीक्षार्थियों की भीड़ रही। बस न मिलने पर परीक्षार्थियों ने निजी वाहनों का सहारा लिया। इनमें कुछ की परीक्षा छूटी तो कुछ देरी से केंद्र पर पहुंच सके।
बकरीद की नमाज घरों मे अदा करें
बागपत, जेएनएन। ईद उल अजहा पर्व को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मुस्लिम समाज से घरों पर नमाज अदा करने की अपील की। कुर्बानी का वीडियो या फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल न करने को कहा।
मंगलवार को बाजार स्थित फूंसवाली मस्जिद के शहर इमाम आरिफ उल हक ने एक वीडियो के माध्यम से अपील करते हुए कहा कि बकरीद की नमाज ईदगाह पर अदा न की जाए, चूंकि निकट भविष्य में कोरोना महामारी के तीसरी बार भी आने की संभावना जताई जा रही है। घरों पर ही नमाज अदा करें। वो भी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मास्क लगाकर। कुर्बानी पर्दे में करें। सफाई का ध्यान भी रखे और ऐसा कोई भी कार्य न हो, जिससे पड़ोसी या दूसरा कोई व्यक्ति परेशान हो। क्षेत्र में ढाई सौ से ज्यादा मस्जिद हैं। भाइचारे के साथ बकरीद का पर्व मनाया जाए।