बड़ौत में कोरोना के 40 नए मामले, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
कोरोना ने शिकंजा कस दिया है। संक्रमण को हल्के में लेना लोगों को भारी पड़ रहा है। मंगलवार को बड़ौत ब्लाक में एक साथ 40 लोगों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग भी सकते में आ गया है।
जेएनएन, बागपत। कोरोना ने शिकंजा कस दिया है। संक्रमण को हल्के में लेना लोगों को भारी पड़ रहा है। मंगलवार को बड़ौत ब्लाक में एक साथ 40 लोगों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग भी सकते में आ गया है।
सीएचसी अधीक्षक डा. विजय कुमार ने बताया कि सीएचसी के अंतर्गत आने वाले शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में की गई जांच में 40 नए मामले पाजिटिव आए हैं। इसके अलावा लोगों में वायरल भी तेजी से फैला है। संक्रमितों में जिनका वायरल लोड कम है उन्हें होम क्वारंटीन किया है, जबकि गंभीर मामलों को खेकड़ा और मेरठ के कोविड अस्पतालों में भिजवाया गया है। उधर, मौसमी बुखार के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसके कारण सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। मौसमी बुखार वाले मरीज भी एहतियातन कोरोना जांच करा रहे हैं, जिसके कारण सीएचसी के कोविड जांच केंद्र पर मरीजों की अच्छी खासी भीड़ है। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि कोरोना संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है। अपनी जांच कराकर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार दवाइयां लें और कोरोना गाइडलाइन का पालन करें।
-----
कंटेनमेंट जोन से हटाई बेरिकेडिग
शहर में जहां-जहां कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं वहां-वहां की गई बेरिकेडिग लोगों ने लगाने के तुंरत बाद ही हटा दी थी। इसके अलावा लोगों के चेहरे पर न तो मास्क लगा है और न ही दो गज की दूरी का पालन करने को तैयार हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के फैलने की दर तेज हो रही है। दूसरे शहरों के हास्पिटल में भर्ती कई कोरोना पाजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है, मगर लोग लापरवाही छोड़ने को तैयार नहीं हैं। भाजपा जिला उपाध्यक्ष वीरेश तोमर की कोराना से मौत
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और प्रसिद्ध व्यावसायी वीरेश तोमर की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई। इससे जिले में शोक की लहर दौड़ गई।
भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल गुर्जर और जिला उपाध्यक्ष कुलदीप भारद्वाज ने उनकी मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद तेज बुखार के कारण 17 अप्रैल को मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें गाजियाबाद और फिर नोएडा के निजी अस्पताल के लिए रेफर किया गया। उन्हें सोमवार से सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही थी, जिसके कारण वह वेंटीलेटर पर थे। मंगलवार सुबह नौ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर सभी राजनीति दलों के पदाधिकारियों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। पूर्व में वीरेश तोमर बसपा पार्टी में रहे थे।