..और मार दी गई ग्लैंडर्स से पीड़ित घोड़ी
खेकड़ा(बागपत) : फखरपुर ईंट भट्ठे पर ग्लैंडर्स बीमारी से पीड़ित घोड़ी को पशु चिकित्सा अधिकारियों की टीम
खेकड़ा(बागपत) : फखरपुर ईंट भट्ठे पर ग्लैंडर्स बीमारी से पीड़ित घोड़ी को पशु चिकित्सा अधिकारियों की टीम ने आखिरकार जहर का इंजेक्शन देकर मौत की नींद सुला दी। टीम ने पास में गहरा गड्ढा खुदवाकर नमक, चूना आदि डलवाकर उसे दफना दिया। प्रशासन की ओर से घोड़ी मालिक को 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
फखरपुर गांव स्थित एमकेएफ भट्ठे पर शामली जिले के सिलावर गांव का निवासी महमूद पुत्र मोमुद्दीन ईंट पथाई व ढुलाई का काम करता है। महमूद ने बताया कि करीब तीन माह पूर्व उसने ईंट ढुलाई करने के लिए एक घोड़ी खरीदी थी। करीब एक माह बाद वह बीमार रहने लगी। आसपास के सभी डाक्टर व अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन घोड़ी को राहत नहीं मिल सकी। सरकारी पशु चिकित्सकों की टीम ने 18 जून को धन्नो के खून का सेंपल जांच के लिए राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, हिसार की लैब को भेजा था। जांच में घोड़ी में ग्लैंडर बीमारी के लक्षण मिले। इसके बाद सीवीओ डा. राजपाल ¨सह की ओर से डा. अमित सक्सेना के नेतृत्व में गठित टीम ने दोबारा घोड़ी के खून की जांच कराई तो बीमारी के प्रमाण पुख्ता हुए। बीमारी की जानकारी मिलने पर
पशु चिकित्साधिकारियों की टीम ने ईंट भट्ठे पर पहुंचकर घोड़ी मालिक को बीमारी के बारे में बताया और अन्य पशुओं को घोड़ी से दूर रखकर बीमारी से बचाने के बारे में बात की। शासन से अनुमति मिलने के बाद डीएम से स्वीकृति लेकर शनिवार को सीवीओ डा. राजपाल ¨सह के नेतृत्व में पांच डाक्टरों की टीम भट्ठे पर पहुंची और घोड़ी को नशे का इंजेक्शन दिया। करीब बीस मिनट बाद डिप्टी सीवीओ डा. मुकेश गुप्ता ने जहर का इंजेक्शन लगाया। इससे कुछ ही देर में घोड़ी की मौत हो गई।
एस्केड योजना से मिलेंगे 25 हजार
बीमारी से ग्रस्त होने के कारण महमूद की घोड़ी को मारा गया है, इससे उसका आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में उसे एस्केड योजना के तहत 25 हजार रुपये की मदद की जाएगी।