झोलाछापों की खैर नहीं, होगी सख्त कार्रवाई
जिले में संक्रामक रोगों से हो रहीं मौतों के सिलसिले को रोकने के लिए डीएम दिनेश ने सख्त निर्देश दिए हैं।
बदायूं : जिले में संक्रामक रोगों से हो रहीं मौतों के सिलसिले को रोकने के लिए डीएम दिनेश कुमार ¨सह भी सख्त हो गए हैं। गांवों में स्वच्छता अभियान की हकीकत देखने निकले डीएम को गांव बल्लिया के प्रधान से निराशा मिली। डीएम ने स्वच्छता अभियान में रुचि न लेने पर प्रधान के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर के अनुपस्थित होने पर उनकी सेवा समाप्ति के आदेश दिए।
डीएम ने गांव वालों को बीमारियों से बचने के टिप्स दिए। वहीं शासन से आई टीम ने गांव में बुखार के मरीजों का इलाज किया। डीएम ने कहा कि झोलाछाप सामान्य बुखार के मरीजों को भी गंभीर बीमारी बताकर उनका गलत इलाज कर रहे हैं, इससे मरीजों की जान जा रही है। उन्होंने कहा कि अब झोलाछापों की खैर नहीं है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
गांव में हुई खुली बैठक में डीएम ने ग्रामीणों से कहा कि संक्रामक रोगों से बचने के लिए अपने घरों के आसपास साफ सफाई रखें। कहीं पर भी पानी जमा न होने दें। बीमार पड़ने पर झोलाछापों के चक्कर में न पड़ें। मरीज को सीधे जिला अस्पताल में भर्ती कराएं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले झोलाछाप के इलाज करने से कुंवरगांव में शेर ¨सह की मृत्यु हो जाने पर झोलाछाप इमरान और उसके बेटे पर मुकदमा दर्ज कराकर उनको जेल भेजा गया।
इसके बाद डीएम लखनऊ से आई चिकित्सक टीम के साथ गांव बल्लिया और सिलहरी में पहुंचे। उन्होंने नि:शुल्क संक्रामक रोगों से पीड़ित लोगो की किट से जांच कर दवाई दिलवाई। डीएम ने बल्लिया गांव के प्रधान विजय बहादुर द्वारा गांव में स्वच्छता के संबंध में खुली मी¨टग और साफ सफाई में रूचि न लेने पर नोटिस देने के निर्देश दिए है। आंगनबाड़ी दिलबरी बेगम व आशा कमलेश ड्यूटी समय से न करने पर सेवा समाप्ति के निर्देश दिए है। इस मौके पर एसडीएम पारसनाथ मौर्य, ब्लॉक प्रमुख सालारपुर अशोक वर्मा, जिला संक्रामक रोग विशेषज्ञ डा. कौशल गुप्ता आदि मौजूद रहे।