गंगा की कटरी में किसी अनहोनी का इंतजार
कछला (बदायूं) गंगा किनारे कछला के आसपास करीब 7700 बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर महीनो
कछला (बदायूं) : गंगा किनारे कछला के आसपास करीब 7700 बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर महीनों से विवाद चल रहा है। 90 किसानों ने अपना इंतखाब भी जिला प्रशासन को उपलब्ध करा दिया है। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने तहसील के अधिकारियों और कर्मचारियों की कमेटी भी गठित कर दी है, लेकिन समस्या का निदान कराने के लिए अभी तक मौके पर राजस्व विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है। पिछले सप्ताह दबंगों ने ट्रैक्टर से जोताई कर कब्जा करना शुरू कर दिया था, शिकायत मिलने पर पांच लोगों के ट्रैक्टर भी सीज किए गए थे, लेकिन अधिकारी अब भी सब कुछ जानकर अनजान बने हुए हैं। अधिकारियों की लापरवाही किसी दिन बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
कछला के किसान हरीश कुमार सिंह, ग्रीश कुमार, गोपाल, ओमेंद्र का कहना है कि उनकी छह से आठ बीघा खेती है। अपने ही खेत पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है। तहसीलदार से लेकर लेखपाल तक से संपर्क साध रहे हैं। इंतखाब जमा कराया गया था, तब जल्दी ही नपत कराने की बात कही गई थी, लेकिन पंद्रह दिन का समय गुजर गया और अभी तक कुछ नहीं हुआ। खेत में सरसों की बोआइ का समय निकल रहा है, लेकिन वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं। गंगा किनारे किसानों के खेत के साथ सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन भी है। दबंग किसान अवैध कब्जा कर खेती की कोशिश में लगे हुए हैं। नदी में बाढ़ आने से खेतों में रेत भर जाता है, हर साल किसानों को अपने खेत पर कब्जा लेने के लिए इसी तरह की मशक्कत करनी पड़ती है। प्रशासन की उदासीनता के चलते दबंग हावी रहते हैं। एसडीएम सदर को किसानों को उनकी जमीन पर कब्जा दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। टीम गठित कर किसानों को उनकी जमीन पर कब्जा दिलवाने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम और तहसीलदार दोनों बदल जाने से विलंब हुआ है, जल्द ही कार्रवाई होगी।
- कुमार प्रशांत, जिलाधिकारी