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जिला अस्पताल बना अखाड़ा, दो पक्षों में मारपीट Badaun News

जिला अस्पताल में दो पक्षों में मंगलवार को जमकर मारपीट हुई।

By Edited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 11:11 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 01:00 PM (IST)
जिला अस्पताल बना अखाड़ा, दो पक्षों में मारपीट Badaun News

बदायूं, जेएनएन : जिला अस्पताल मंगलवार को अखाड़ा बन गया। महीनेभर पहले संदिग्ध हालात में लापता हुई किशोरी का हाईकोर्ट के आदेश पर मेडिकोलीगल कराने के लिए पुलिस उसे लेकर अस्पताल पहुंची। यहां किशोरी और आरोपित युवक के परिजनों का जब टकराव हुआ तो उनमें मारपीट हो गई। इससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। जानकारी पर पुलिस फोर्स अस्पताल पहुंच गई। लेकिन तब तक दोनों पक्ष वहां से भाग चुके थे। बाद में एक्सरे कराकर किशोरी को पुलिस अपने साथ ले गई।

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मुजरिया क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली किशोरी एक माह पूर्व संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। परिजनों ने मामले में बरेली के थाना भमोरा क्षेत्र के गांव मजनूपुर निवासी रिजवान नाम के युवक के खिलाफ किशोरी को बहलाकर ले जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। इधर, यह युगल पिछले दिनों हाईकोर्ट में पेश हुआ और अपनी मर्जी से शादी करने का दावा किया। हाईकोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया कि किशोरी का मेडिकोलीगल कराकर अदालत में कलमबंद बयान कराया जाए और इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाए।

नतीजतन पुलिस इसी आदेश के अनुपालन में उसका मेडिकोलीगल कराने के लिए उसे मंगलवार को अस्पताल लाई थी। उसके परिजन भी यहीं पहुंच गए, वहीं, रिजवान के परिवार वाले भी अस्पताल में ही मौजूद थे। इस पर दोनों का आमना-सामना हो गया। गालीगलौज के साथ ही मारपीट होने लगी। इस पर अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई। मामले की जानकारी पर कोतवाली पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची तो पुलिस को देख दोनों पक्ष वहां से फरार हो गए। मेडिकोलीगल की प्रक्रिया के बाद पुलिस यहां से उसे ले गई।

किशोरी या युवती, असमंजस बरकरार परिजनों का कहना है कि उनकी नाबालिग बेटी को बहलाकर रिजवान ले गया। यही मुकदमा भी उन्होंने दर्ज कराया है। आरोपित पक्ष का कहना है कि वह बालिग है, खुद भी बालिग होने का उसने प्रमाण दिया है। यही वजह है कि हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिल गई है। पुलिस भी इसकी पुष्टि के लिए मेडिकोलीगल के लिए यहां लाई थी। ताकि सही स्थिति पता लग सके और आगे की कार्रवाई की जा सके।

हाईकोर्ट के आदेश पर युगल यहां पहुंचा था। आदेश के अनुपालन में ही लड़की को मेडिकोलीगल के लिए भेजा था। कुछ प्रक्रिया महिला अस्पताल में होती है तो कुछ जिला अस्पताल में। इसलिए पुलिस उसे जिला अस्पताल लेकर गई थी। लड़की पुलिस के साथ ही है। - धर्मेद्र कुमार, एसओ मुजरिया


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