जिनके कंधों पर ट्रैफिक, वही तोड़ रहे रूल
जिनके कंधों पर टै्रफिक है, वही रूल तोड़ रहे हैं। यही वजह है कि ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
बदायूं : जिनके कंधों पर टै्रफिक है, वही रूल तोड़ रहे हैं। यही वजह है कि ट्रैफिक नियमों का ठीक से पालन नहीं हो पा रहा है। यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने को यातायात विभाग व परिवहन विभाग यातायात माह मनाकर लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के दावे तो कर रहा है लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिख रहा। एक दो जगह कार्यक्रम कराकर अधिकारी इतश्री कर रहे हैं।
हां, इतना जरूर कहा जाता है कि लोग अपनी जिम्मेदारी को समझें, ताकि सड़क दुर्घटना से बच सकें, लेकिन जिनके ऊपर पूरा जिम्मा, उनके प्रति कोई अधिकार नहीं हैं। चौराहों पर तैनात यातायात पुलिसकर्मी व होमगार्ड डग्गामारी करने व नियमों को तोड़कर दौड़ने वाले वाहनों को नजर अंदाज कर देते हैं। वो इसलिए हर महीने एकमुश्त रकम को जो मिलती है।
नियमों का पालन कराने की बात करने वाले लोग ही नियमों की अनदेखी करा रहे हैं। जिले का शायद ही कोई मार्ग हो जहां नियमों का पालन हो रहा है। बिना हेलमेट के बाइक चलाना, अनियंत्रित गति से वाहन दौड़ाना, वाहनों के पीछे सवारियां लटकाकर चलना, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग न करना, रोड के साइड में वाहन खड़ा करके सवारी भरना आदि आम हो गया है। मुश्किल से एक प्रतिशत लोग ही नियमों का पालन कर रहे हैं। सवारी लटकती हो या बाइक पर चार लोग बैठकर सफर कर रहे हो, पुलिस लाइन, लालपुल, कलेक्ट्रेट तिराहा, इंद्राचौक आदि पर तैनात पुलिसकर्मियों को वह नजर नहीं आते। अचानक रोककर न किसी का चालान किया जाता है और न ही जुर्माना वसूल किया जाता है। बुधवार को वाहनों के चे¨कग अभियान में भी परिवहन विभाग के जिम्मेदार औपचारिकता पूरी करते हैं।