Badaun News: जिले में बुखार का प्रकोप, गांव से लेकर शहर तक के अस्पतालों में मरीजों की भरमार
Fever outbreak in Badaun राजकीय मेडिकल कालेज से लेकर जिला अस्पताल और सीएचसी पीएचसी की ओपीडी में उपचार को लेकर मारामारी की स्थिति है। मरीजों की लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है। पहले पर्चा बनवाने को धक्का-मुक्की फिर दवा लेने और डाक्टर को दिखाने के लिए मरीज परेशान हो रहे हैं।
बदायूं, जागरण संवाददाता। Fever outbreak in Badaun: जिले में घर-घर में बुखार फैल गया है। बदलते मौसम के दौर में बुखार की चपेट में बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग तक आ रहे हैं। हर गांव और घर में बुखार के रोगी हैं। इसको लेकर लोग उपचार को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओर दौड़ रहे हैं। राजकीय मेडिकल कालेज से लेकर जिला अस्पताल और सीएचसी, पीएचसी की ओपीडी में उपचार को लेकर मारामारी की स्थिति है। मरीजों की लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है। पहले पर्चा बनवाने को धक्का-मुक्की फिर दवा लेने और डाक्टर को दिखाने के लिए मरीजों को धक्का खाने पड़ रहे हैं।
सोमवार को उमड़ी मरीजों की भीड़
सोमवार को एक दिन का अवकाश के बाद जिला और महिला अस्पताल के अलावा सीएचसी, पीएचसी की ओपीडी खुली तो मरीजों की भीड़ टूट पड़ी। नवरात्र के बाद भी मरीजों की संख्या काफी रही है। इसके लिए पहले तो पर्चा बनवाने को मारामारी रही है इसके अलावा फिर डाक्टर कक्ष के बाहर घंटों इंतजार किया है। तब कहीं दवा की लाइन मिली है।
एक डाक्टर के सहारे रही जिला अस्पताल में ओपीडी
जिला अस्पताल की ओपीडी में तो सिर्फ एक फिजीशियन बैठे, जबकि तीन-तीन फिजीशियन हैं। वहीं सर्जन, दंतरोग, बालरोग, ईएनटी सर्जन नहीं बैठे। एक अकेले डाक्टर के चलते मरीजों को काफी दिक्कत हुई है। यही समस्या महिला अस्पताल और सीएचसी, पीएचसी पर रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी 775 तथा महिला अस्पताल की ओपीडी 560 रही है।
मेडिकल कालेज की ओपीडी दो हजार पार
राजकीय मेडिकल कालेज में भी मरीजों की भरमार है। यहां बुखार के मरीजों की संख्या काफी है, वायरल फीवर के दौर में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सोमवार को मेडिकल कालेज की ओपीडी दो हजार के पार रही है। यहां दवा लेने के लिए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है।
क्या बोले मुख्य चिकित्साधिकारी
सीएमओ डा. प्रदीप कुमार ने कहा कि मौसम बदल रहा है इसलिए वायरल फीवर लोगों का हो रहा है। अस्पताल में बुखार के रोगियों की संख्या बड़ी है गांव देहात के मरीज बेवजह जिला अस्पताल दौड़कर न आएं। सीएचसी, पीएचसी पर सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। जांच कराएं और उपचार लें। व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं है सभी डाक्टरों को समय से ड्यूटी करने को निर्देशित किया गया है।