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बच्चों के घरों में शौचालय बनवाने को शिक्षक की अनूठी पहल

गांवों में बालिकाओं व महिलाओं के साथ पुरुषों के खुले में शौच करने जाने को रोकने के लिए अनूठी पहल की है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 12:00 AM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 12:00 AM (IST)
बच्चों के घरों में शौचालय बनवाने को शिक्षक की अनूठी पहल

बदायूं : गांवों में बालिकाओं व महिलाओं के साथ पुरुषों के खुले में शौच करने जाने को रोकने के लिए एक शिक्षक ने अनूठा तरीका अपनाया है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगपुर पुख्ता के सहायक अध्यापक प्रवीण कुमार ने स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों के जरिए उनके माता-पिता को पत्र भेजकर घरों में शौचालय बनवाने का आग्रह किया है। पत्र के माध्यम से उन्होंने अभिभावकों को यह कहते हुए जागरूक किया है कि आज के समय में बीमारी का मुख्य कारण गंदा जल व मल है। साथ ही खुले में शौच करने जाने के दौरान बालिकाओं और महिलाओं के मन में असुरक्षा का डर भी रहता है। इसलिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनने वाले शौचालय अपने घरों में बनवाए और गांवों को शौच से मुक्त करने में सहयोग करें।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ भारत मिशन की योजना के तहत बदायूं जिला ओडीएफ घोषित होने के करीब पहुंच चुका है। करीब 98 प्रतिशत शौचालय जिलेभर में अब तक बनाए जा चुके हैं। ऐसा अफसरों का दावा है। वहीं, सरकार की इस योजना के तहत जिन लोगों ने शौचालय नहीं बनवाए हैं, वे भी शौचालय बनवा लें, इसके लिए शिक्षक प्रवीण कुमार आगे आए हैं। बदायूं में स्वच्छता पखवाड़ा मनाए जाने के तहत विकास क्षेत्र कादरचौक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगपुर पुख्ता के छात्र-छात्राओं के जरिए उनके माता-पिता को पत्र भेजकर जागरूक करने की अनूठी पहल की है। क्षेत्र के गांवों के जिन घरों में शौचालय बन चुके हैं, उनका नियमित प्रयोग करने का भी आग्रह किया है। हालांकि, इससे पहले शिक्षक प्रवीण ने बच्चों को खुले में शौच जाने पर होने वाले दुष्परिणाम के बारे में अवगत कराया। वहीं, शिक्षक प्रवीण के अनुसार बच्चों के जरिए पत्र भिजवाने के पीछे अभिभावकों से सीधे संवाद करना है। प्रिय अभिभावक.. आज के समय में हमारी बीमारी का मुख्य कारण गंदा जल व मल है। हम सभी को शौचालय का उपयोग करना चाहिए। खासकर बालिकाओं व महिलाओं को जो खुले में शौच जाती हैं, उन्हें तकलीफ का सामना करना पड़ता है। वे सूर्योदय से पहले या सूर्योस्त के बाद ही जा सकती हैं। इस दौरान उनके मन में असुरक्षा का डर भी बना रहा है। इसलिए हम सभी को खुले में शौच नहीं जाना चाहिए और न ही किसी को जाने देना चाहिए। स्वच्छ भारत को बनाने में आप सभी ग्रामीणों का हाथ और साथ हो। सरकार के सबसे मुख्य कार्य स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित हो रहे शौचालय का उपयोग अवश्य करें। इसके साथ ही गांवों को खुले से शौच मुक्त बनाने में सहयोग करें।


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