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फेफड़ों में घुसे धुएं ने ली आशा और दोनों बच्चों की जान

घर में लगी आग में झुलसने से हुई एक महिला समेत दो बच्चों का सोमवार को पोस्टमार्टम हुआ।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 12:14 AM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 12:14 AM (IST)
फेफड़ों में घुसे धुएं ने ली आशा और दोनों बच्चों की जान

उझानी (बदायूं) : एलपीजी सिलेंडर में लगी आग से झुलसकर मौत के गाल में समाने वाली आशा और उसके दोनों बच्चों का सोमवार को पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट में तीनों की मौत की वजह झुलसने के अलावा धुएं के घुटन से होने की पुष्टि हुई है। धुएं ने तीनों के फेफड़ों को क्षति पहुंचाई। श्वांस नली तक ब्लॉक हो गई थी। पोस्टमार्टम के बाद महिला का पति शवों को अपने साथ अलीगढ़ ले गए। इधर, उसके मायके वाले भी शवों की अंत्येष्टि में शामिल होने गए हैं। तहसील प्रशासन की टीम ने भी सोमवार को घटनास्थल का मुआयना कर क्षति का आंकलन किया है।

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देहमू गांव के धनपाल के घर में एलपीजी सिलेंडर में लगी आग ने रविवार को पूरे घर को आगोश में ले लिया था। इस हादसे में उसकी बेटी आशा पत्नी श्यामबाबू निवासी पवन नगर कालोनी, जिला अलीगढ़ के अलावा आशा के दो बच्चे निराली (5) व सुशांत (1) गंभीर रूप से झुलस गए थे। तीनों की दोपहर बाद जिला अस्पताल में एक-एक करके मौत हो गई। इधर, घर में रखा अनाज, कपड़े, बर्तन समेत कपड़े आदि सारा सामान जलकर राख हो गया। वहीं, सोमवार को तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया तो रिपोर्ट में झुलसने के साथ फेफड़ों में धुआं घुसने से मौत की पुष्टि हुई। वहीं आशा का पति श्यामबाबू भी रविवार शाम यहां पहुंच गया था। सोमवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद वह शवों को अपने साथ अलीगढ़ ले गया है। एक साथ तीन मौतें होने से पूरा गांव शोक में डूब गया है। वहीं धनपाल के पास अब दो वक्त की रोटी खाने के लिए भी कोई साधन नहीं बचा है।


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