घी-दूध नहीं मुहैया करा रहे स्वयं सहायता समूह
जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों पर घी-दूध मुहैया नहीं हो रहा है। जबकि स्वयं सहायता समूहों ने इसका उठान कर लिया है। इससे योजना के लाभार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह बातें अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा की रविवार को आंबेडकर पार्क में हुई मासिक बैठक में पदाधिकारियों ने कही।
जेएनएन, बदायूं : जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों पर घी-दूध मुहैया नहीं हो रहा है। जबकि, स्वयं सहायता समूहों ने इसका उठान कर लिया है। इससे योजना के लाभार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह बातें अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा की रविवार को आंबेडकर पार्क में हुई मासिक बैठक में पदाधिकारियों ने कही। इसके साथ हीआंगनबाड़ी केंद्रों पर सूखा राशन और दूध-घी उपलब्ध न कराए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया।
पदाधिकारियों ने कहा कि जिले में 40 फीसद सेंटरों पर गेहूं, चावल और दाल उपलब्ध ही नहीं कराई गई है। जिलाध्यक्ष राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर सूखा राशन, घी और दूध मुहैया कराने की जिम्मेदारी महिला स्वयं सेवा समूहों को दी गई है। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने इसका उठान भी कर लिया है। फिर भी यह सेंटरों पर नहीं पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने अगर 19 फरवरी तक इंक्रीमेंट 63 रुपये प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का नहीं लगाया तो 20 फरवरी से भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। मंडल अध्यक्ष मोरश्री गुप्ता ने बताया कि बिनावर की पोषण सखी ने पांच केंद्रों का घी-दूध प्राप्त कर लिया है। लेकिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को नहीं दिया गया है। जबकि शासन से स्पष्ट आदेश है कि कोटेदार से राशन प्राप्त करके उनकी पैकिग करके आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तत्काल प्राप्त कराएं, जिससे समय पर लाभार्थियों को दिया जा सके। कुपोषण से मुक्ति मिल सके। इस अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष आसफपुर खजाना देवी ,सुमन लता, अनीता देवी, उर्मिला मिश्रा, सीता देवी, मोहिनी शर्मा, निशा सक्सेना, उषा देवी, विभा शर्मा, ममता देवी, संतोष कुमारी आदि उपस्थित रहीं।