ब्लॉकों के मठाधीश बाबुओं पर कसेगा शिकंजा
लंबे समय से ब्लॉकों में जमे मठाधीश बाबुओं पर अब संकट के बादल छा गए हैं।
बदायूं : लंबे समय से ब्लॉकों में जमे मठाधीश बाबुओं पर अब संकट के बादल छा गए हैं। स्थानीय जड़ें मजबूत होने की वजह से राशन कोटा प्रस्ताव, आवासीय योजनाओं में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सीडीओ रमेश चंद्र ने रणनीति तैयार की है। ऐसे सभी मठाधीश बाबुओं की कुंडली तैयार कराते हुए एक सप्ताह के अंदर उनका तबादला करने की योजना पूरी तरह से तैयार कर ली गई है। इसकी भनक लगते ही बाबुओं ने सियासी आकाओं के घरों की हाजिरी लगानी शुरू कर दी है।
ब्लॉकों में जमे अधिकांश बाबू स्थानीय राजनीति के चलते विपक्षियों के इशारे पर ज्यादा काम कर रहे हैं। वजह है कि सत्तापक्ष के लोगों से उनको कुछ हासिल नहीं होगा इसलिए विपक्षियों के काम को नजराना मिलने की उम्मीद से वह इशारों में कर देते हैं। गरीबों को मिलने वाली आवासीय योजना, शौचालय लाभ योजना हो या फिर राशन कोटे का प्रस्ताव इन बाबुओं की दखल के बगैर कुछ नहीं होता। क्षेत्र में विकास के लिए चल रहीं योजनाओं पर गौर न देकर वह अवैध वसूली में ही व्यस्त रहते हैं। इस तरह की शिकायतें जिले के आला अधिकारियों तक पहुंचीं, लेकिन कोई न कोई बाबू किसी अधिकारी का करीबी या फिर ऊपर तक पैसा पहुंचाने के चलते बच जाता। ऐसे में सीडीओ रमेश चंद्र ने जिले का चार्ज संभालते ही मठाधीश बाबुओं की कुंडली तैयार कराई। अब उनके तबादला प्रक्रिया शुरू की गई है। सीडीओ का कहना है कि शासन की मंशा के अनुरूप जो भी काम नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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फोटो 11 बीडीएन- 51
मठाधीश बाबुओं की शिकायतें आ रही हैं। वह लंबे अर्से से एक ही ब्लॉक में जमे हैं। यह शासनादेश का खुला उल्लंघन है। राजकीय और शासकीय हित में ऐसे बाबुओं का तबादला एक सप्ताह के अंदर ही किया जाएगा।
- रमेश चंद्र, सीडीओ