वतन की आन है भगवा, वतन की शान है भगवा
शुक्रवार बाजार नखासा प्रांगण में आर्य रामलीला कमेटी के तत्वावधान में विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ।
दातागंज : शुक्रवार बाजार नखासा प्रांगण में आर्य रामलीला कमेटी के तत्वावधान में विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि विधायक दातागंज राजीव कुमार ¨सह, भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य, चेयरमैन आकाश वर्मा ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। आर्य रामलीला कमेटी की ओर से अतिथियों को सम्मानित किया गया। दिल्ली से आए कवि सवरस मुरसानी ने ने पढ़ा कि स्वास्थ्य को जो भी जीते हैं उनकी क्या ¨जदगानी है मातृभूमि पर मिट न सके वो भी क्या यार जवानी है। मनोज चौहान मैनपुरी ने कहा कि वतन की आन है भगवा वतन की शान है भगवा, हमारे मुल्क भारत की अमिट पहिचान है भगवा। विकल वहराइची ने पढ़ा कि चरण मां-बाप के धोकर खुशी से झूम लेता हूं, हमेशा साथ रहकर चारों धाम घूम लेता हूं। योगिता चौहान एटा ने कहा कि भूल गई मैं सारी बातें एक फसाना याद रहा, मुझे एक दिवाना याद रहा। विपिन चौहान मन आगरा ने सुनाया कि अजीव शर्त है राजवाड़ों की, हम भी ताल पर चलते रहें नगाड़ों की। अनमोल चौहान अलीगढ़ ने कहा कि वेद या पुराण देखो गीता या कुरान देखो, प्रेम को सभी उपासना बता रहे। प्रो. आनंद मिश्र अधीर ने कहा कि दिनकर न अस्त होगा जयद्रथ के वध से पहले, मत हो अधीर अर्जुन कुछ क्रोध और सहले। मुकेश कमल ने पढ़ा कि रात चांदनी हो और साथ हो तुम्हारा, मेरे हाथों हाथ हो तुम्हारा। इसके अलावा शराफत समीर, केशव सक्सेना, अवनेश व्याकुल, सौरभ हिन्दुस्तानी, मौर्य, सचिन सादिक गीतांजलि सक्सेना तथा उमेश अकेला, मनोज गुप्ता सभासद ने काव्य पाठ किया। डीसीडीएफ के चेयरमैन र¨वद्र ¨सह, धर्मेंद्र गुप्ता, सुबोध गुप्ता, मेला चेयरमैन मनी गुप्ता, अनूप गुप्ता, मनोज गुप्ता मौजूद रहे।