नियम का करें पालन, पास नहीं आएंगे यम
ड्राइ¨वग लाइसेंस पाकर ही योग्यता का निर्धारण होता है कि व्यक्ति को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए।
बदायूं : ड्राइ¨वग लाइसेंस पाकर ही योग्यता का निर्धारण होता है कि व्यक्ति को यातायात नियमों की समझ हो गई है और वह सुरक्षित वाहन चला सकता है, लेकिन आज के समय सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र में समस्या है। जहां घर में एक बाइक होने पर पूरा परिवार बिना डीएल के उसे दौड़ाता है। जिम्मेदार भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं करते। जिसकी वजह से बिना डीएल बनवाए वाहन चलाने वाले लोग सड़क दुर्घटनाएं करते हैं। नियमों का पालन करें तो यम पास नहीं आएंगे।
उपसंभागीय परिवहन कार्यालय में तकरीबन एक लाख 75 हजार डीएल बनवाए गए हैं। जिनमें से एक लाख 25 हजार को कंप्यूटराइज्ड किया जा चुका है। कार्यालय में रोज 50 लर्निंग, 25 परमानेंट और 20 डीएल रिन्यूवल के लिए आते हैं। यह देखकर लगता है कि नियमों का पालन होगा, लेकिन सड़क पर दौड़ने वालों को देखकर लगता है कि कोई नियमों का पालन करना नहीं चाहता। लर्निग की फीस 350 रूपये और परमानेंट की फीस एक हजार रूपये है। ऑनलाइन टेस्ट के समय नियमों की जानकारी करके ही डीएल जारी किया जाता है। तो बेहतर है कि जितनी जानकारी है उतने का ही पालन कर लिया जाए तो सड़क दुर्घटना नहीं होगी। वाहनों की रफ्तार क्षेत्र देखकर निर्धारित करनी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा स्पीड 60 किमी रहनी चाहिए। नींद से बचाव भी वाहन चलाते समय जरूरी है। इसके लिए भरपूर नींद लें और चालक के पास वाली सीट पर किसी को न सोने दें।
फोटो 17 बीडीएन 40
पुराने समय में फर्जीवाड़ा करके भी ड्राइ¨वग लाइसेंस मिल जाया करते थे, लेकिन वर्तमान में ऑनलाइन टेस्ट होते हैं। जरूरी है कि जितनी जानकारी है उसका पालन करें।
- योगेंद्र सागर फोटो 17 बीडीएन 41
यातायात के नियमों का पालन कराने को विशेष अभियान चलाया जाए। छोटी-छोटी गलती पर भी नकद जुर्माना लिया जाए तो जल्द ही सुधार नजर आने लगेगा।
- जिया अंसारी फोटो 17 बीडीएन 42
सड़क पर चलते समय ध्यान देना चाहिए कि गलती सामने वाले की भी हो सकती है। गति को निर्धारित करके ही वाहन दौड़ाएं तो दुर्घटना नहीं होगी।
- विजय कुमार गौतम फोटो 17 बीडीएन 43
लोगों को अपनी ¨जदगी की कीमत समझनी चाहिए। अपनी न सही तो परिवार की सोचें तो सड़क दुर्घटनाओं पर काफी हद तक लगाम लग सकेगी और सुरक्षित यात्रा होगी।
- विजेंद्र पाल