अमीरों से छिनेगा आसरा, गरीबों को मिलेगा
सपा सरकार में गरीबों के नाम पर चलाई गई आसरा आवास योजना का लाभ अब वास्तविक गरीबों को मिल सकेगा।
बदायूं : सपा सरकार में गरीबों के नाम पर चलाई गई आसरा आवास योजना का लाभ अब वास्तविक गरीबों को ही दिया जाएगा। उस वक्त सत्ता के दम पर आवंटन प्रक्रिया में जमकर खेल करते हुए कुछ रसूखदारों ने अपने चहेतों को ही आवास आवंटित करा दिए थे। आवास आवंटन में जमकर धांधली भी चली जो अब उजागर हो रही है। चूंकि सरकार का करोड़ों रुपये का बजट इन आवासों में खर्च हुआ तो अब इसका लाभ वास्तविक गरीबों को ही मिलेगा। अपात्रों को आवास से बेदखल करने का सत्यापन भी शुरू कराया जाएगा। इसके बाद आवास गरीबी के आधार पर पात्रों को दिए जाएंगे। सीडीओ ने सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं।
शहर के छोटे सरकार की दरगाह के पास आसरा आवास बनवाए गए हैं। तत्कालीन सरकार ने आवास बनवाए जाने की योजना शुरू की तो गरीबों को उम्मीद थी कि अब उनको पक्की छत मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अधिकांश आवास सत्ता में पैठ रखने वाले लोगों ने ही हथिया लिए। अपात्रों के नाम आवासों का आवंटन हुआ तो गरीब परिवार सरकारी लाभ पाने से वंचित रह गए। उस वक्त आवास आवंटन में घपला तो हुआ था, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई अमल नहीं किया गया। जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई के नाम पर कतराते रहे। भाजपा सरकार जब सत्ता में काबिज हुई तो गरीबों को उम्मीद जागी कि उन्हें अब आवासों का लाभ मिल सकेगा। इसके बाद उन्होंने शिकायतें शुरू करते हुए बताया कि उनके पास रहने के लिए कोई आवास नहीं है। खुले आसमान के बीच वह किसी तरह से ¨जदगी बसर कर रहे हैं। इन शिकायतों पर गौर करते हुए अब आवासों का फिर से सत्यापन कराया जाएगा। आवंटन किस आधार पर किया गया है इसका सर्वे कर अब गरीबों को ही इसका लाभ मिलेगा। इस संबंध में सीडीओ डीके तिवारी का कहना है कि सरकारी आवासों का आवंटन गरीबी के आधार पर ही किया जाता है। आसरा आवास आवंटन में धांधली की कई शिकायतें मिली हैं। वहां से अपात्रों को बेदखल कराया जाएगा। ताकि वास्तविक गरीबों को इसका लाभ मिल सके।