करबला के शहीदों की याद में जगमगा उठे ताजिये
करबला के शहीदों की शहादत को याद करते हुए माहे मुहर्रम की नौ तारीख को शहर में ताजियों पर भरपूर सजावट की गई। सजे हुए ताजियों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी देर रात तक ताजियों के समीप लोगों का तांता लगा रहा।
जागरण संवाददाता, बदायूं : करबला के शहीदों की शहादत को याद करते हुए माहे मुहर्रम की नौ तारीख को शहर में ताजियों पर भरपूर सजावट की गई। सजे हुए ताजियों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी, देर रात तक ताजियों के समीप लोगों का तांता लगा रहा।
शहर सहित पूरे जनपद भर में करबला के शहीदों की शहादत को याद किया जा रहा है। अकीदत लोग अपने अपने तौर तरीकों से शहीदों की याद में महफिलें सजाए हुए दिखाई दे रहे हैं। शहर में ताजियों पर भरपूर सजावट की गई है। सुबह से ही आस-पास के ग्रामीण भी ताजियों का दीदार करने के लिए आ जा रहे हैं। बच्चों की टोलियां भी सजे हुए ताजियों समीद डेरा जमाए दिखाई दे रही हैं। पूरे दिन के साथ साथ देर रात तक सजे हुए ताजियों को देखने वालों का आना-जाना लगा रहा। महिलाओं की भी खासी भीड़ भाड़ मौजूद रही। अकीदतमंदों ने करबला के शहीदों की शहादत को याद करते हुए अपने-अपने हिसाब से महफिलें सजाई हुई थी। कहीं महफिल-ए-कुरआन ख्वानी तो कहीं महफिल जिक्र-ए-शहादत होती हुई दिखाई दी साथ ही नातखां लोग नातिया कलाम, नजराना-ए-सलातो सलाम व मरसिया पेश करते नजर आए। संसू, सैदपुर : माहे मुहर्रम हराम की नौ तारीख को कस्बा के इमामबाड़ों पर अकीदतमंदों ने महफिले सजाकर करबला के शहीदों को खिराजे अकीदत पेश किया। देर रात तक सड़कों पर लोगों की काफी भीड़ जमा रही। कस्बा के मुहल्ला कुैशियान में मुस्लिम कुरैशी समाज की ओर से ताजिया सजाया गया। इसके साथ ही बड़े इमामबाडे जामा मस्जिद सहित ताजिए सजाए गए। इसके साथ ही सवीले सजाई गई। थरमाकाल से हजरत इमाम हुसैन का रोजा, दिल्ली की जामा मस्जिद, काबा शरीफ, मस्जिदें नवी, बनाई गई जिसे देखने के लिए देर रात तक सड़को पर भीड़ बनी रही। लोगों ने सलातो सलाम पेश कर करबला के शहीदों को खिराजे अकीदत पेश किया। इमामबाड़ों लोगों ने फातिहा कराकर मलीदा, शर्वत, चाय, पानी, तस्कीम किया। लोगों ने इबादत कर रोजे रखें। इसके साथ ही ज्रिकरे इमामे हुसैन की महफिलें सजाई गई। वहीं कस्बा में पुलिस की कड़ी चौकसी रही। संसू, इस्लामनगर : कस्बे में सोमवार को मुहर्रम माह पर मेहंदी का जुलुस निकाला गया। जुलुस में चल रहे अखाड़े में लोग गदगा, लाठी, आदि करतब दिखते चल रहे थे। शहादत की रात में ताजिओं पर महिलाओं, लोगों ने मन्नती मेंहदी चढ़ाई। कस्बा सहित क्षेत्र के गांव चन्दोई, ओईया में ताजिए निकाले जाते हैं। ताजिए निकलने को लेकर तैनात मजिस्ट्रेट संजय कुमार अतिरिक्त एसडीएम बिल्सी क्षेत्र की पल-पल की खबर लेते रहे। संसू, रमजानपुर : कस्बे की जामा मस्जिद से लेकर इमाम बाड़े तक मजहब ए इस्लाम मे करबला के शहीदों की शहादत को याद करते हुए माहे मोहर्रम मुबारक की नौ तारीख को अकीदतमंदों ने ताजियों पर मन्नती मेहंदी चढ़ाई और अगरबत्ती व मोमबत्ती लगाकर फातहा पढ़कर तबररूख तसकीम किया। दुआएं मांगी गई। ----------