पुलिस हाईवे पर दौड़ी, गलियों से भाग गए बदमाश
13.5 लाख लूटकांड को अंजाम देने के लिए लुटेरों ने पहले होमवर्क किया।
13.5 लाख लूटकांड
- सूचना मिलते ही पूरे हाईवे पर की गई थी नाकाबंदी
- सुनियोजित रास्ते से आकर निकल गए लुटेरे, हड़कंप अभिषेक सक्सेना, बदायूं
साढ़े 13 लाख की लूट की घटना को अंजाम देकर शातिर हाईवे की ओर भागा जरूर, लेकिन शहर से निकलने के लिए हाईवे का सहारा नहीं लिया। इसका सीधा सा प्रमाण है कि जहां नवादा चौकी से पुरानी चुंगी तक पुलिस भागी, वहीं जवाहरपुरी पुलिस चौकी की पुलिस ने दातागंज तिराहा घेर लिया। नाकेबंदी की लुटेरों को भी उम्मीद थी, ऐसे में उन्होंने गलियों का सहारा लेकर भागने की योजना पहले ही बना ली थी। यही वजह रही कि हाईवे पर पुलिस उन्हें तलाशती रही, जबकि लुटेरे हाईवे के बजाय गलियों के रास्ते निकल गए।
दुस्साहसिक वारदात को जिस तरीके से अंजाम दिया गया है, उससे जाहिर है कि मैनेजर को लूटने की योजना कई दिन पहले ही बनाई जा चुकी थी, इंतजार था तो केवल उसे अंजाम तक पहनाने का। उसके लिए भी दिन वो चुना गया, जब मैनेजर के पास रोकड़ा ज्यादा हो। दो दिन की बिक्री की रकम ठीकठाक हो गई। ऐसे में सोमवार को दिन चुना गया। रेकी पहले ही की जा चुकी थी और किधर से आकर किस रास्ते पर भागना है यह भी निर्धारित था। यही वजह रही कि लुटेरे जरा भी हड़बड़ाए नहीं घटना को अंजाम दिया और निर्धारित रास्ते के जरिये फरार हो गए। पेट्रोल पंप संचालकों पर लुटेरों की नजर
जिले में लुटेरों ने अब पेट्रोल पंप संचालकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। जहां पिछले दिनों जून में मुजरिया से कैश लेकर चले सहसवान निवासी पेट्रोल पंप संचालक महेश चंद्र माहेश्वरी निवासी मुहल्ला बजरिया से साढ़े चार लाख रुपये लूट लिए थे। जबकि अब मैनेजर के साथ लूट की घटना शहर में हो गई। उस घटना का तो खुलासा हो गया, लेकिन यह घटना खोलना पुलिस को चुनौती बना हुआ है। लुटेरे पकड़ने को लगाई चार टीमें
इस घटना के खुलासे के लिए एसएसपी ने कोतवाली पुलिस के अलावा स्वॉट टीम, र्सिवलांस टीम लगाई है। इसके अलावा एक टीम अलग से लगाई गई है। ताकि घटना का जल्द खुलासा हो सके।