पुलिस बोली, हमें नहीं मालूम, कहां हैं दोनों मोबाइल
गुप्ता दंपती हत्याकांड में पुलिस भी उलझती दिखाई दे रही है।
बदायूं : गुप्ता दंपती के दोनों मोबाइल कहां गए, इस सवाल का सदर कोतवाली पुलिस ने लिखित में जवाब दिया है। पुलिस ने जवाब दिया है कि उसे नहीं पता कि दोनों मोबाइल कहां गए और वर्तमान में8 किसके पास हैं। वहीं तत्कालीन कोतवाल एसएस बराच ने भी मोबाइल मामले में अनभिज्ञता जताई है। दोहरे हत्याकांड जैसे मामले में भी पुलिस ने हीलाहवाली बरती, नतीजतन दोनों मोबाइल गुम हो गए।
सीबीआइ टीम ने पिछले दिनों दंपती के दो मोबाइल फोन की तलाश शुरू की थी। इनमें एक नोकिया तो दूसरा टाटा इंडिकाम कंपनी का बताया जाता है। घर में मोबाइल नहीं मिले तो टीम ने सदर कोतवाल, घटना के वक्त कोतवाली प्रभारी रहे एसएस बराच, दंपती के परिजनों को नोटिस भेजकर मोबाइल के बारे में पूछा था। परिजनों ने लिखित में मोबाइल के बारे में किसी जानकारी से इंकार कर दिया है। वहीं सदर कोतवाल ने भी घटना के वक्त उनके यहां पोस्टिग न होने समेत मालखाने में इस मुकदमे से संबंधित मोबाइल न होने की बात कह दी। जबकि तत्कालीन कोतवाल ने भी स्पष्ट लिखकर दे दिया कि उस वक्त काफी आपाधापी थी, मोबाइल कहां गए, इसकी जानकारी नहीं है। सर्विलांस टीम ने खंगाला था रिकार्ड
- उन दिनों सर्विलांस टीम ने दंपती के मोबाइल नंबरों की डिटेल खंगाली थी। मोबाइल से जुड़े तमाम पहलुओं पर काम किया गया था। आइजी की एसटीएफ भी यहां पहुंची। मोबाइलों के जरिये कातिल तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन नतीजा जीरो रहा। यह था मामला
- सदर कोतवाली इलाके के मुहल्ला कटरा ब्राह्मपुर निवासी विजेंद्र व उनकी पत्नी की लाशें आठ अप्रैल 2015 की रात मिली थीं। बेटे शेखर ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना सीबाआइ को ट्रांसफर हुई। तब से सीबीआइ जांच कर रही है और घटनास्थल का कई बार मुआयना हुआ है तो घटनाक्रम का डेमो भी किया जा चुका है।