ईएमओ की चूक से हुई मरीज से वसूली
जिला अस्पताल में डीएम के निर्देश पर भेजे गए मरीज से सरकारी फीस लेने की जांच पूरी हुई।
बदायूं : जिला अस्पताल में डीएम के निर्देश पर भेजे गए मरीज से सरकारी फीस लेने और उसकी रसीद न देने के मामले की जांच बुधवार को पूरी हो गई है। फिलहाल यही सामने आया है कि उस वक्त ईएमओ ड्यूटी पर तैनात डॉ. मोहित यादव की चूक के कारण मरीज से रुपये वसूले गए थे। गुरुवार को रिपोर्ट डीएम को प्रेषित कर दी जाएगी।
12 जनवरी को डीएम ने विनोद नाम के एक मरीज को जिला अस्पताल में इलाज को भेजा था। विनोद की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और हाथ की हड्डी टूटी हुई थी। डीएम ने सीएमएस डॉ. बीबी पुष्कर को इस मरीज का इलाज नि:शुल्क करने को कहा था। इधर, नगर पालिका के लोग विनोद को लेकर सीएमएस के पास जाने की जगह इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गए। उस वक्त ड्यूटी पर डॉ. मोहित यादव तैनात थे। ओपीडी खुली हुई थी, ऐसे में डॉ. मोहित ने मरीज को ओपीडी में ले जाने को कहा।
उसी वक्त जिला अस्पताल में तैनात एक कर्मचारी के परिवार में मौत होने के कारण शोकावकाश कर दिया गया। ऐसे में प्लास्टर के नाम पर उससे 267 रुपये ले लिए गए लेकिन रसीद देने वाला कर्मचारी वहां से जा चुका था। इधर, सीएमएस भी डॉ. यूवी ¨सह को मौखिक तौर पर प्रभार सौंपकर किसी काम से चले गए।
मामला डीएम के संज्ञान में आया तो वह खुद अस्पताल पहुंचे और प्रभारी सीएमएस को इस मामले में दोषी कर्मचारियों के खिलाफ जांच कराकर आख्या देने को कहा। मंगलवार को सीएमएस ने इस मामले की जांच शुरू कराई। सीएमएस ने बताया कि मरीज को सीधे इमरजेंसी वार्ड में ले जाया गया था। ऐसे में डॉ. मोहित ने चूकवश उसे ओपीडी में जाने को कह दिया। जो कर्मचारी शोकावकाश में बिना रसीद दिए गया, उसके खिलाफ भी लिखापढ़ी का जा रही है।