अब पीड़ित महिलाओं को राहत देगा वन स्टाप सेंटर
घरेलू हिसां समेत दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं और सड़क पर भटकती हुई मिलने वाली लावारिस आधी आबादी को सिर छिपाने के लिए अब वन स्टाप सेंटर बनेगा।
फोटो - 25 बीडीएन - 3 - जिला अस्पताल परिसर में मिलेंगी घर जैसी सुविधाएं - काउंसलिग समेत और ठहरने-भोजन की होगी व्यवस्था जागरण संवाददाता, बदायूं : घरेलू हिसां समेत दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं और सड़क पर भटकती हुई मिलने वाली लावारिस आधी आबादी को सिर छिपाने के लिए अब वन स्टाप सेंटर बनेगा। जिला अस्पताल को इसके लिए चिह्नित किया गया है। अस्पताल में कौन से भवन में यह सेंटर बनाया जाएगा। अभी यह तय नहीं हो सका है। इसके लिए भवन चिह्निकरण के साथ ही निर्माण के लिए बजट भी जारी होगा।
हेल्पलाइन 181 या 1090 द्वारा किसी भी पीड़िता को आरोपितों से बचाकर हिरासत में लेने के बाद उसे ठहराने की दिक्कत होती है। जबकि इन पीड़िताओं को सुकून के माहौल की जरूरत होती है। ताकि काउंसलिग के बाद उनकी मनोदशा सुधारते हुए उनमें कानून के प्रति भरोसा जगाया जा सके। उनमें छिपे डर की भावना को दूर किया जा सके। ऐसी जगह जिले में नहीं है। महिला थाने में थाने जैसा माहौल रहता है. जबकि 181 के दफ्तर में भी महिलाओं को रोकने की कोई जगह नहीं है। ऐसे में शासनस्तर पर वन स्टाप सेंटर बनाने का फैसला लिया गया है।
ये होंगी सुविधाएं
- सेंटर में महिलाओं के ठहरने समेत उनके भोजन व स्नान आदि की व्यवस्था होगी। अच्छा बेडरूम उनके सोने के लिए बनाया जाएगा। यहां काउंसलिग के लिए भी अलग से कक्ष होगा। कुल मिलाकर एक घर जैसा माहौल दिया जाएगा। ताकि वह मानसिक रूप से खुद को सुरक्षित व स्वतंत्र महसूस कर सकें। वर्जन
शासनस्तर पर इसकी प्रक्रिया चल रही है। हालांकि अभी कोई बजट नहीं मिला है। भवन का चिह्निकरण होने के बाद ही प्रस्ताव भेजा जाएगा।
डॉ. बीबी पुष्कर, सीएमएस जिला अस्पताल
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