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मशरूम निर्यात को बनेगा मिनी सेंटर ऑफ एक्सलेंस

जिले से मशरूम के अन्य प्रदेशों में निर्यात को में मिनी सेंटर ऑफ एक्सलेंस बनेगा। मशरूम उत्पादकों के लिए मंडियों में अलग से चबूतरे बनेंगे। वह उद्यान विभाग से उन्हें पर्याप्त अनुदान भी मिलेगा। यह घोषणाएं जिले में शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय मशरूम महोत्सव में उद्यान कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार कृषि निर्यात राज्य मंत्री श्री राम चौहान ने की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 12:50 AM (IST)Updated: Sun, 28 Feb 2021 12:50 AM (IST)
मशरूम निर्यात को बनेगा मिनी सेंटर ऑफ एक्सलेंस
मशरूम निर्यात को बनेगा मिनी सेंटर ऑफ एक्सलेंस

जेएनएन, बदायूं : जिले से मशरूम के अन्य प्रदेशों में निर्यात को में मिनी सेंटर ऑफ एक्सलेंस बनेगा। मशरूम उत्पादकों के लिए मंडियों में अलग से चबूतरे बनेंगे। वह उद्यान विभाग से उन्हें पर्याप्त अनुदान भी मिलेगा। यह घोषणाएं जिले में शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय मशरूम महोत्सव में उद्यान कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात राज्य मंत्री श्री राम चौहान ने की।

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कृष्णा लॉन में राज्यमंत्री श्रीराम चौहान ने नगर विकास राज्य मंत्री महेश चंद्र गुप्ता के साथ महोत्सव का शुभारंभ किया। जिले के मशरूम उत्पादकों के लिए एक करोड़ का अनुदान देने की घोषणा की। किसानों को मशरूम के साथ बागवानी, साग-सब्जी, बेमौसम साग सब्जी उगाने को पाली हाउस के प्रयोग का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बदायूं मेंथा उत्पादन में जैसे नंबर एक पर है। वैसे ही मशरूम उत्पादन में भी नंबर एक पर है। नगर विकास राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता, दातागंज विधायक राजीव कुमार सिंह, शेखुपुर विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने भी कहा कि मशरूम में भी जिला प्रदेश में अपना स्थान बनाएगा। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक भारतीय, पूर्व विधायक प्रेम स्वरूप पाठक, उत्तर प्रदेश उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग निदेशक डा.आरके तोमर, आर फ्रेक के निदेशक एसके चौहान, मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद, जिलाधिकारी कुमार प्रशांत, मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, बरेली मंडल बरेली की उप निदेशक उद्यान पूजा, कृषि उप निदेशक डा.रामवीर कटारा, जिला उद्यान अधिकारी डा.सुनील कुमार एवं जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार आदि मौजूद रहे। इनसेट ::

510 यूनिटों में हो रहा उत्पादन

ब्लाक सालारपुर के विजय नगला, पलिया झंडा, समरेर के कोनी जफराबाद, कादरचौक के सदाठेर एवं उझानी के जिरौली समेत 510 यूनिटों में लगभग 10,200 क्विटल मशरूम का उत्पादन होता है। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि सितंबर से 15 नवंबर तक ढिगरी मशरूम फिर बटन मशरूम का उत्पादन कर सकते हैं। यह फसल फरवरी-मार्च तक चलती है। फिर जून-जुलाई तक चलने वाली मिल्की मशरूम फसल का उत्पादन कर सकते हैं।

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किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर

मशरूम उत्पादन के इच्छुक किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। मोबाइल नंबर 9415520162 पर कॉल या वाट्सएप कर जानकारी ली जा सकती है।


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