मास्टरमाइंड का पता ही गलत, साथियों पर चार्जशीट
शहर के सबसे चर्चित सरकार अस्पताल के मालिक से रंगदारी प्रकरण में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी।
बदायूं : शहर के सबसे चर्चित सरकार अस्पताल के मालिक से रंगदारी प्रकरण में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी। हालांकि, रंगदारी की चिट्ठी भिजवाने वाला मुख्य अभियुक्त अशरफ अली उर्फ मुफ्ती पुलिस के हाथ नहीं आ सका। शाहजहांपुर के जलालाबाद में मिले उसके ठिकाने का पता भी गलत निकला है। अब तक गिरफ्तार तीन आरोपितों के खिलाफ ही चार्जशीट दाखिल हुई है।
सिविल लाइंस क्षेत्र के नवादा इलाके में स्थित अस्पताल के पार्टनर डॉ. विवेक को 29 सितंबर तीन युवकों ने चिट्ठी दी थी। इसमें अस्पताल के मालिक खरैर गांव निवासी मुस्लिम अली से जान से मारने की धमकी देकर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों से आरोपितों की तलाश की गई। इसके कुछ दिन बाद ही डॉ. विवेक के घर के बाहर धमाका होने पर पुलिस ने रंगदारी से जोड़ते हुए एक और मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की थी।
तीन आरोपित हैं जेल में, मुफ्ती फरार
पुलिस ने फुटेज के आधार पर 12 अक्टूबर को दातागंज के अरमान अंसारी, अलापुर के भसराला गांव निवासी फरदीन खां और बाबू को गिरफ्तार किया था। पता चला कि चिट्ठी ने भिजवाई थी। पुलिस ने शाहजहांपुर के जलालाबाद में उसके ठिकाने पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। वह चंद दिन वहां ठहरा था। फरार होने के बाद से फोन नंबर भी बंद हैं और नवादा में रहने वाली परिचित महिला से भी संपर्क नहीं साधा है।
वर्जन ::
मुफ्ती जलालाबाद में नहीं मिला। अन्य ठिकानों पर उसकी तलाश की जा रही है। उस महिला से भी उसने संपर्क नहीं साधा है।
- अनिल सिरोही, एसएचओ सिविल लाइंस