वोटरों से हाथ मिलाया और जहां जगह मिली, बैठ गए
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम शेरवानी ने जनसंपर्क के दौरान वोटरों से हाथ मिलाया जहां जगह मिली वहां बैठ गए।
बदायूं: उद्योगपति एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी के चेहरे पर सादगी भरी मुस्कान तैरती रहती है। बातचीत का सलीका बेहद सरल, जो मिला उससे हाथ मिला लिया, जहां भी जगह मिली वहीं बैठ गए। मतदाताओं के बीच अपनी बात कहते समय सरकार और प्रधानमंत्री पर तंज तो कसते हैं, लेकिन बहुत सलीके और सम्मानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। वह कहते हैं कि बड़ा आदमी वह नहीं होता जिसके पास बहुत संपत्ति होती है, वास्तव में किसी गरीब को देखकर गले लगा लेने वाला व्यक्ति ही बड़ा आदमी होता है। बदायूं संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सलीम शेरवानी के साथ जागरण टीम ने एक दिन का वक्त गुजारा तो कुछ इसी तरह के नजारा दिखाई दिया।
कचहरी-लालपुल रोड स्थित कार्यालय पर शेरवानी सुबह अखबार पर नजर डालते हुए पार्टी के पदाधिकारियों से चुनाव की स्थिति की जानकारी लेते हुए जनसंपर्क के लिए जिम्मेदारी भी सौंप रहे थे। 21 अप्रैल को होने वाले रोड शो की तैयारी पर भी चर्चा की। टाइम के पाबंद सलीम इकबाल शेरवानी के हाथ में दिनभर का कार्यक्रम था, तो निगाह घड़ी पर भी लगी हुई थी। ठीक 10 बजे प्रदेश महासचिव ओमकार सिंह, अपने निजी सहायक एके मिश्रा, अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष बफाती मियां के साथ उझानी की तरफ निकल पड़े। पहला पड़ाव उझानी में भदवार हाउस पड़ा। यहां पूर्व मंत्री प्रमिला भदवार, वरिष्ठ कांग्रेसी तिलक भदवार के साथ मंत्रणा की। यहीं पर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष ओमवीर यादव भी पहुंच गए। उदयभान सिंह, ओमपाल सिंह, मौलाना तसद्दुक अली, इंद्रेश वर्मा, शफी अहमद, परवेज से चुनाव पर चर्चा की। यहां से काफिला गंजशहीदा की ओर से चल निकला। ओमकार सिंह और तिलक भदवार मार्गदर्शक की भूमिका में दिखाई दिए। यहां नुक्कड़ सभा में शेरवानी ने कहा कि यह चुनाव हमारा चुनाव नहीं बल्कि मुल्क को बचाने का है। इसके बाद चटइया मुहल्ले में पहुंचे। यहां सभा में उन्होंने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सदन में मोदी जी को फिर प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद देते हैं तो सपा के लोग भाजपा के खिलाफ किस मुंह से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने समझाया कि इस चुनाव में सिर्फ दो राष्ट्रीय दल ही हैं जोकि दिल्ली पर दावा कर सकते हैं। सरकार बनाने की दौड़ में सपा-बसपा कहीं शामिल नहीं हैं। इसके बाद अलापुर भोगी गांव पहुंच गए, यहां भी वही फलसफा समझाया और कांग्रेस के घोषणा पत्र की भी जानकारी दी। कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही दस दिन के भीतर सभी किसानों के कर्ज माफ हो जाएंगे और हर गरीब को सालाना 72 हजार रुपये मिलने लगेंगे। इसके बाद क्षत्रिय बाहुल्य गांव दूदेपुर में नुक्कड़ सभा हुई, यहां रवींद्र सिंह, ओमेंद्र सिंह, अजय पाल सिंह, नरेश पाल सिंह, अशोक कुमार, जितेंद्र पाल सिंह के साथ चर्चा कर जनसमर्थन मांगा। यहां से काफिला जिरौलिया के प्रधान रोहताश के आवास पर जाकर रुका, शेरवानी ने किसानों की चिता की अपनी बात दोहराई और जनसमर्थन मांगा। इसके बाद बसंतनगर में नुक्कड़ सभा की, फिर नमाज के लिए निकल गए। नमाज के बाद उझानी में रणनीतिकारों से चर्चा करने के बाद शहर में वापस आ गए और देर रात तक जनसंपर्क का सिलसिला जारी रहा।
सिर्फ राहुल कर रहे मोदी से मुकाबला
नुक्कड़ सभाओं में शेरवानी ने कहा कि नरेंद्र मोदी का मुकाबला सिर्फ राहुल गांधी कर रहे हैं। मोदी सरकार ने समाज में नफरत फैलाई है, राहुल गांधी समाज में प्यार और भाईचारा लाने की कोशिश कर रहे हैं। गरीबों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कहा कि जनता से ताकत मिलेगी तो हर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
प्रोफाइल ::
नाम : सलीम इकबाल शेरवानी
पिता : एमआर शेरवानी
शिक्षा : बीए ऑनर्स (अर्थशास्त्र) गोल्ड मेडलिस्ट
पता : सरोजनी नायडू मार्ग, प्रयागराज
अनुभव : बदायूं से पांच बार चुने जा चुके हैं सांसद, कैबिनेट मंत्री भी रहे।