मक्का बिक्री को दो दिन और बढ़ा इंतजार
शासन के निर्देशानुसार जिले में 16 अक्टूबर से मक्का खरीद शुरू हो गई है। लेकिन इसके लिए खुलने वाले तीन क्रय केंद्रों में से एक भी अभी तक चालू नहीं हो सका है। अफसरों ने इसका कारण क्रय नीति में हुई देरी को बताया है। इसके साथ ही अगले दो से तीन दिन में जिले में बनने तीनों क्रय केंद्र चालू होने का दावा किया है।
जेएनएन, बदायूं : शासन के निर्देशानुसार जिले में 16 अक्टूबर से मक्का खरीद शुरू हो गई है। लेकिन, इसके लिए खुलने वाले तीन क्रय केंद्रों में से एक भी अभी तक चालू नहीं हो सका है। अफसरों ने इसका कारण क्रय नीति में हुई देरी को बताया है। इसके साथ ही अगले दो से तीन दिन में जिले में बनने तीनों क्रय केंद्र चालू होने का दावा किया है। इससे किसानों को अपनी मक्का की फसल बेचने का इंतजार और बढ़ गया है।
गत वर्ष की तरह इस बार भी शासन ने तीन क्रय केंद्र खोलने के निर्देश दिए हैं। लेकिन, अफसरों की लापरवाही से अभी तक एक भी क्रय केंद्र शुरू नहीं हो सका है। जबकि कागजों में मक्का खरीद 16 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। इससे स्टाक करने वाले किसान मक्का बेचने के लिए क्रय केंद्रों को तलाशते घूम रहे है। वहीं इस बार मक्का खरीद में देरी के चलते अधिकांश किसान अपनी फसल आढ़त पर बेच चुके हैं। जबकि, सरकार ने 1850 रुपये प्रति क्विटल का समर्थन मूल्य तय कर किसानों को दीपावली पर उपहार देने की कोशिश की। वहीं, पिछले वर्ष किसानों को मक्का का मूल्य क्रय केंद्र से अधिक आढ़त पर मिला था। वहीं, इस बार देरी के चलते अभी तक तौल शुरू नहीं हो सकी है। इससे एक बार फिर से मक्का कागजों में खरीदे जाने की संभावना सटीक बैठ रही है। हालांकि, अफसरों का दावा है कि क्रय केंद्र खुलते ही तेजी से मक्का खरीद कराई जाएगी। इससे अधिक से अधिक किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ दिलाया जा सके।
वर्जन
दो दिन के अंतराल में मक्का के क्रय केंद्र संचालित कर दिए जाएंगे। क्रय नीति के लेटलतीफी के कारण सही समय से केंद्र संचालित नहीं हो सके।
प्रकाश नारायण, डिप्टी आरएमओ