पति ने ही गमछे से गला दबाकर की थी ज्ञानवती की हत्या
जेएनएन सहसवान (बदायूं) ज्ञानवती की हत्या उसके पति जयप्रकाश ने ही गमछे से गला दबाकर की थी। पुि
जेएनएन, सहसवान (बदायूं) : ज्ञानवती की हत्या उसके पति जयप्रकाश ने ही गमछे से गला दबाकर की थी। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद उसने घटना कबूल कर ली। पुलिस ने ज्ञानप्रकाश और उसके पिता को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया। आरोपित की निशानदेही पर मृतका की सोने की चेन, कुंडल, मोबाइल और हत्या में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की गई है।
उघैती थाना क्षेत्र के गांव शरह बरौलिया के पास जंगल में 25 मई को महिला की लाश बरामद हुई थी। कादरचौक के गांव टुंगसईया निवासी सुनील पुत्र धनपाल सिंह ने शव की शिनाख्त अपनी बहन ज्ञानवती के रूप में की। उसने मृतका के पति जयप्रकाश, ससुर चंद्रपाल, जेठ कन्हई लाल, जेठानी बीना और उघैती के गांव निवासी एक युवती समेत पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बुधवार शाम कोतवाल हरेन्द्र सिंह ने टीम के साथ आरोपित जयप्रकाश और उसके पिता चन्द्रपाल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित जयप्रकाश ने बताया कि ज्ञानवती की उम्र उससे अधिक थी और वह पढ़ी-लिखी भी नहीं थी। इसके चलते वह उसे पसंद नहीं करता था। इसके अलावा शादी में दहेज भी उसकी पसंद के मुताबिक नहीं मिला था। वह दूसरी शादी करना चाहता था। इसीलिए बिल्सी से दवा दिलाने के बहाने वह ज्ञानवती को ले गया। फिर सिद्ध बरौलिया मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर जंगल में ले गया और गमछे से गला दबा कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर मृतका के गले की सोने की टूटी हुई चेन, कुंडल, हत्या में प्रयुक्त मोबाइल और बाइक भी बरामद की। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपितों को जेल भेज दिया। सीओ रामकरन सरोज ने बताया कि आरोपित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
क्या था मामला
कोतवाली क्षेत्र के गांव औरंगाबाद निवासी चन्द्रपाल का बेटा जयप्रकाश 22 मई की सुबह करीब साढे 10 बजे बाइक से पत्नी ज्ञानवती को दवा दिलाने बिल्सी के एक निजी अस्पताल में गया था। उसके बाद से दोनों लापता थे। चंद्रपाल ने 24 मई को पुलिस को गुमशुदगी दर्ज कराने को तहरीर दी। 25 मई को उघैती थाना क्षेत्र के गांव सिद्ध बरौलिया के जंगल में महिला का शव मिला। बाद में कपड़ों के आधार पर उसके मायके वालों ने शिनाख्त की।