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गर्मी बीती बरसात में सही होने लगे गांव में हैंडपंप

जागरण संवाददाता बदायूं गांवों में हैंडपंप मरम्मत के निर्देश गर्मी में दिए गए। बीच में यह काम ग्राम पंचायतों की जगह जल निगम ने कराया। पिछले वित्तीय वर्ष में कहा गया था कि इंडिया मार्का सभी हैंडपंप की मरम्मत के साथ ही जहां जरूरत हो वहां पर रीबोर भी कराया जाए। उस वक्त अधिकांश पंचायत सचिव और प्रधानों ने हैंडपंपों की सुध नहीं ली। अब बरसात में वह रोजाना हैंडपंप की मरम्मत दिखाकर बिल तैयार कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 12:15 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 12:15 AM (IST)
गर्मी बीती बरसात में सही होने लगे गांव में हैंडपंप
गर्मी बीती बरसात में सही होने लगे गांव में हैंडपंप

जागरण संवाददाता, बदायूं : गांवों में हैंडपंप मरम्मत के निर्देश गर्मी में दिए गए। बीच में यह काम ग्राम पंचायतों की जगह जल निगम ने कराया। पिछले वित्तीय वर्ष में कहा गया था कि इंडिया मार्का सभी हैंडपंप की मरम्मत के साथ ही जहां जरूरत हो वहां पर रीबोर भी कराया जाए। उस वक्त अधिकांश पंचायत सचिव और प्रधानों ने हैंडपंपों की सुध नहीं ली। अब बरसात में वह रोजाना हैंडपंप की मरम्मत दिखाकर बिल तैयार कर रहे हैं।

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ग्राम पंचायतों में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए पंचायती राज विभाग ने कई योजनाएं संचालित की थीं। इसमें जो पुराने हैंडपंप पूरी तरह से खराब हो चुके थे उनका रीबोर कराने को भी कहा गया। जिन हैंडपंप में अगर कोई कमी थी तो उनकी मरम्मत कराने पर जोर दिया गया। मगर, जब पेयजल आपूर्ति की ज्यादा जरूरत थी उस वक्त गांव में हैंडपंप मरम्मत पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। अब हैंडपंप के पुराने बिल लाए जा रहे हैं तो बताया जा रहा है कि किस ग्राम पंचायत में कितने नलों की मरम्मत हुई है। गड़बड़ी की आशंका समझ विभाग के अधिकारी भी अब सभी एस्टीमेट पर बारीकी से परीक्षण करने लगे हैं।

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सही हैंडपंप को खराब दिखाकर होता है खेल

पंचायतों में पेयजल आपूर्ति के नाम पर सही हैंडपंप को भी खराब दिखाकर खेल किया जाता है। बरसात के मौसम में यह दिखा दिया जाता है कि उन्होंने इतने हैंडपंप की मरम्मत कराई है, ताकि अगर जांच भी हो जाए तो समय ज्यादा होने की वजह से कह दिया जाए कि हैंडपंप फिर से खराब हो गया। इसके अलावा जो सही हैंडपंप हैं उनको भी खराब दिखाकर जांच के वक्त रिपोर्ट लगा दी जाती है कि यह खराब थे।

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बरसात का मौसम शुरू होते ही पंचायतों में बताया जा रहा है कि उनके यहां खराब हैंडपंपों की पूरी तरह से मरम्मत करा दी गई है। सभी बिलों की बारीकी से जांच करने के बाद ही भुगतान किया जाएगा। यह पैसा भी संबंधित फर्म के ही खाते में भेजने का प्रावधान है।

- डॉ. सरनजीत कौर, डीपीआरओ


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