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फेल्सीफेरम के निकले 39 केस, मलेरिया के 163 संक्रमित

कोरोना काल में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। जिले में अब तक 5478 मलेरिया व फेल्सीफेरम के 382 केस मिले हैं। समरेर दातागंज जगत वजीरगंज के बाद अब सालारपुर क्षेत्र में मलेरिया के केस बढ़ रहे हैं। गुरुवार को मलेरिया और स्वास्थ्य विभाग ने समरेर जगत और सालारपुर ब्लॉक में कैंप लगाए। यहां 740 लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण में 163 मलेरिया और 39 फेल्सीफेरम के केस निकले।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Aug 2020 12:23 AM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2020 12:23 AM (IST)
फेल्सीफेरम के निकले 39 केस, मलेरिया के 163 संक्रमित
फेल्सीफेरम के निकले 39 केस, मलेरिया के 163 संक्रमित

जेएनएन, बदायूं : कोरोना काल में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। जिले में अब तक 5478 मलेरिया व फेल्सीफेरम के 382 केस मिले हैं। समरेर, दातागंज, जगत, वजीरगंज के बाद अब सालारपुर क्षेत्र में मलेरिया के केस बढ़ रहे हैं। गुरुवार को मलेरिया और स्वास्थ्य विभाग ने समरेर, जगत और सालारपुर ब्लॉक में कैंप लगाए। यहां 740 लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण में 163 मलेरिया और 39 फेल्सीफेरम के केस निकले। सालारपुर ब्लॉक में मलेरिया के 86 व फेल्सीफेरम के 28 केस निकलने से यहां मलेरिया के फैलने आशंका जताई जा रही है।

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कोरोना काल में मलेरिया भी फैलने लगा है। स्वास्थ्य विभाग का पूरा जोर कोरोना संक्रमितों और उनके संपर्क में आने वालों को चिह्नित करने में है। इससे मलेरिया और डेंगू के मरीजों को निजी अस्पतालों में ही इलाज चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में मरीज झोलाछापों की शरण में पहुंच रहे हैं। कोरोना शुरू होने से पहले इन्हीं की रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा था। लेकिन, कोरोना संक्रमण शुरू हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग इसी पर केंद्रित हो गया।

क्या कहते हैं डॉक्टर

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- किसी भी व्यक्ति को ठंड देकर और एक दिन छोड़कर बुखार आना मलेरिया के लक्षण हैं। तुरंत सरकारी अस्पताल में जाकर जांच कराएं। बचाव के लिए घरों के आसपास पानी जमा न होने दें। जमा पानी में केरोसिन या फिर जला हुआ मोबिल आयल डालते रहें, इससे मच्छर नहीं पनपेंगे। इसके अलावा सभी को सुबह शाम पूरे कपड़े पहनने चाहिए, ताकि मच्छर न काट सके।

- अमित वाष्र्णेय, वरिष्ठ चिकित्सक जिला अस्पताल

वर्जन ..

मलेरिया से लोगों को बचाने के लिए मलेरिया और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार कैंप लगाए जा रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा जांचें की जा रही हैं, ताकि मलेरिया के रोगी खुलकर सामने आ सकें। फेल्सीफेरम के मरीजों को कीटनाशक मच्छरदानी भी दी जा रही हैं।

- डॉ. हरदत्त कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी


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