गंगा का कम हुआ जलस्तर, कटान बढ़ा
जिले में गंगा में जलस्तर कम होने के बावजूद कटान बढ़ा है। असमया रफतपुर गांव के पास खेत कटकर सैलाब में समा रहे हैं। वहीं जटा गांव में मवेशियों में बीमारी फैलने से ग्रामीणों की समस्या बढ़ी है।
जेएनएन, उसहैत (बदायूं): जिले में गंगा में जलस्तर कम होने के बावजूद कटान बढ़ा है। असमया रफतपुर गांव के पास खेत कटकर सैलाब में समा रहे हैं। वहीं, जटा गांव में मवेशियों में बीमारी फैलने से ग्रामीणों की समस्या बढ़ी है। इस कारण वह सड़क किनारे डेरा डाले हैं। प्रशासन बाढ़ पीड़ितों की सहायता के नाम पर सिर्फ निगरानी कर रहा है। अभी तक सिर्फ बाढ़ पीड़ितों के स्कूल में रहने के इंतजाम किए गए हैं।
नरौरा बैराज से कल के बराबर आज भी एक लाख 39 हजार 398 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। फिलहाल कछला में मीटर गेज 163.60 मीटर पर स्थिर है। उसहैत क्षेत्र के असमया रफतपुर में अब गांव के करीब से पानी बह रहा है। हालांकि कटान अब खेत की तरफ हो रहा है। बाढ़ का पानी होने से संक्रामक रोग की आशंका बनी है। चारों ओर से पानी से घिरे जटा गांव में ग्रामीण नाव से आवागमन कर रहे हैं। एसडीएम कुंवर बहादुर सिंह का कहना है कि ग्रामीणों के रहने की व्यवस्था कटरा सआदतगंज के स्कूल में कराई है। लेकिन, ग्रामीण गांव छोड़कर जाने को तैयार नहीं हैं। इनसेट ::
धापड़ गांव के पास हो रहा कटान
संस, सहसवान : तहसील क्षेत्र में धापड़ गांव के पास गंगा कटान कर रही है। बाढ़ खंड के अधिकारी यहां बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि अभी गांव को कोई खतरा नहीं है। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने एसडीएम और तहसीलदार को बाढ़ बचाव की सभी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
वर्जन ::
उसहैत क्षेत्र में असमया रफतपुर और जटा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ पीड़ितों के लिए स्कूल में इंतजाम किए हैं। लेकिन, ग्रामीण गांव के बाहर सड़क पर डेरा डाले हैं। धापड़ गांव के पास हो रहे कटान को रोकने के प्रयास हैं। बाढ़ खंड के साथ एसडीएम को भी निरंतर निगरानी करने को निर्देशित किया है।
- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व