दागदार सिस्टम से बेदाग होते माफिया
जिले में गेहूं, उड़द, धान और अब खाद घोटाला बड़े पैमाने पर हुआ है।
बदायूं : जिले में गेहूं, उड़द, धान और अब खाद घोटाला बड़े पैमाने पर हुआ है। सभी घोटाले यहां पर ऐसे हुए हैं जो शासन तक पहुंचे हैं। हैरत की बात तो यह कि गेहूं घोटाले में जरूर मामला तूल पकड़ने पर तीन लोगों को जेल भेजा गया बाकी घोटालों की विवेचना एजेंसियां बदल रही हैं। जांच एजेंसी अगर किसी कार्रवाई के नतीजे तक पहुंचे तो घोटाले बाजों की सियासी ताकतें जांच एजेंसी ही बदलवा देती हैं, लेकिन घोटाले बाजों को सजा नहीं मिलती। पिछले एक साल के भीतर यहां उड़द, धान और गेहूं खरीद में जमकर घोटाला हुआ है। बड़े पैमाने पर हुए घोटाले की आंच जब शासन तक पहुंची तो वहां से सभी मामलों में कार्रवाई के आदेश दिए गए। इसमें इकलौते दातागंज में हुए गेहूं घोटाले को छोड़ दें तो बाकी किसी मामले में कार्रवाई नहीं हो पाई। मामले सभी दर्ज हुए और पहले थाने बदले बाद में जांच एजेंसियां बदलती रहीं। बात उड़द घोटाले की करें तो किसानों के नाम पर जमकर ठगी की गई थी। वजीरगंज की मंडी में सबसे ज्यादा खेल हुआ था। किसानों का उड़द सेंटर पर नहीं खरीदा गया माफिया और बिचौलिया किसानों से औने-पौने दामों में उड़द खरीदकर सरकारी रेट भुनाते रहे। इस मामले की शासन स्तर से एफआइआर दर्ज कराई गई तो मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी गई। बिजिलेंस ने वजीरगंज और बिल्सी मंडी में आकर कई बार तहकीकात की, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया गया। कार्रवाई न होने से जांच एजेंसियों पर भी सवाल उठने लगे हैं।
- वर्जन
जांच एजेंसी सभी मामलों की पड़ताल कर रही हैं। उनकी रिपोर्ट बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महेंद्र ¨सह, एडीएम वित्त एवं राजस्व