मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार हो गए आरोपित
थाना क्षेत्र के कस्बा सैदपुर के तमाम लोगों के खातों से बड़ी रकम निकालने के आरोपित फरार हो गए।
वजीरगंज : थाना क्षेत्र के कस्बा सैदपुर के तमाम लोगों के खातों से बड़ी रकम निकालने के आरोपित केस दर्ज होते ही फरार हो गए। इसमें बैंक मैनेजर और बैंक मित्र समेत तीन पर मुकदमा दर्ज हुआ था। चर्चा है कि पुलिस पूरी तरह से जालसाजों को बचाने में जुटी हुई है। वहीं बीओबी प्रबंधन ने मामले का संज्ञान लेते हुए विभागीय जांच भी शुरू करा दी है। विभागीय जांच मुख्य शाखा प्रबंधक चंद्रसेन श्रीवास्तव को सौंपी गई है। उन्होंने ठगी के शिकार हुए ग्राहकों के बयान दर्ज किए और उनको पैसे वापस दिलाने का भरोसा दिलाया। सोमवार को सभी ने अपने-अपने खातों की सभी बैंकों में स्थिति देखी।
बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा वजीरगंज की ओर से सैदपुर में ग्राहक सेवा केंद्र खोला गया था। चूंकि विश्वनीय बैंक का नाम जुड़ा था, इसलिए उस पर भरोसा कर तमाम लोगों ने जनधन योजना के अलावा अलग-अलग खाते भी खुलवा लिए। बैंक मित्र के रूप में तैनात सैदपुर निवासी खालिद उर्फ सुहेल ने सभी के खाते तो खोले। इसी बीच शाखा प्रबंधक एंटनी एमरोन और बैंक मित्र ने साठगांठ कर एटीएम गार्ड जारी कर अपने ही मोबाइल नंबर ¨लक कर दिए। चूंकि सैदपुर और आसपास के अधिकांश परिवार दिल्ली-मुंबई में रहते हैं तो वह भी अपनों के खातों में रुपये भेजने लगे। इसके बाद वह खातों को खंगाल लेते थे। तीन दिन पहले तमाम ग्राहकों को जब इस बात का पता चला कि उनके खातों से रकम निकाल ली गई है तो उन्होंने बैंक मित्र से संपर्क साधा। बैंक मित्र पोल खुलने के बाद ग्राहक सेवा केंद्र बंद कर भाग गया। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने बैंक मित्र को हिरासत में लेने के बाद भी छोड़ दिया। थाने से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह सभी एसएसपी अशोक कुमार के पास पहुंचे। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी देहात डा. एसपी ¨सह को कार्रवाई के निर्देश दिए। एसपी देहात के आदेश पर पुलिस ने बैंक मित्र, बैंक मैनेजर समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस भी इसमें हिस्सेदार
चर्चा है कि ठगी के आरोप में फंसे बैंक मैनेजर और पुलिस के बीच कुछ समझौता हुआ है। पहले ही दिन तहरीर पहुंची तो पुलिस ने बैंक मित्र को हिरासत में लेने के साथ ही बैंक प्रबंधक को भी थाने बुला लिया। दोनों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई। इसके बाद पुलिस ने खेल कर दिया। दोनों को छोड़ दिया गया।
वर्जन ..
प्रथम दृष्टया जांच में बैंक मित्र की करतूत ज्यादा प्रकाश में आ रही है। एटीएम से लेकर खाते खोलने का जिम्मा उसी का था। हां, एटीएम जारी करते वक्त ग्राहक को बैंक बुलाया जाता है तो फिर खेल कैसे हुआ इसकी जांच चल रही है। करीब 88 हजार का गबन सामने आया है। जांच चल रही है जो भी अन्य शिकायतें आएंगी उनका भी रूपया वापस किया जाएगा।
- चंद्रसेन श्रीवास्तव, मुख्य शाखा प्रबंधक बीओबी बदायूं