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दलित बनकर महिला ने दर्ज कराया सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा

बदायूं : अलापुर थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला ने शातिरों को मात देते हुए विरोधियों को फं

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Feb 2018 02:53 AM (IST)Updated: Sat, 17 Feb 2018 02:53 AM (IST)
दलित बनकर महिला ने दर्ज कराया सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा

बदायूं : अलापुर थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला ने शातिरों को मात देते हुए विरोधियों को फंसाने के लिए खुद की जाति ही बदल दी। दलित बनकर चार लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया। तफ्तीश में सच्चाई सामने आई तो पुलिस भी हैरत में पड़ गई। पुलिस को पता चला कि वह दलित नहीं बल्कि पिछड़ी जाति की है। जाति प्रमाण पत्र पुलिस ने जब एसपी सिटी कमल किशोर के सामने पेश किया तो उन्होंने शातिर महिला के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। सीओ दातागंज ने महिला के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

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बीते साल जून के महीने में महिला ने सामूहिक दुष्कर्म का शोर मचाया था। ग्रामीणों को उसने बताया कि गांव के ही चार लोगों ने उसको बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। मनगढ़ंत कहानी पर ग्रामीणों को भरोसा नहीं, लेकिन महिला उत्पीड़न का मामला होने की वजह से कोई कुछ भी कहने को भी तैयार नहीं था। वह पुलिस के पास पहुंची और खुद को दलित बताकर आरोपी सवर्ण और पिछड़ी जाति के बताए। मामला छानबीन में चलता रहा और महिला शातिराना अंदाज में पुलिस पर दबाव बनाती रही। इसके बाद वह अदालत पहुंची, जहां पूरी तरह से कहानी बनाकर उसने अपनी दास्तां को बताया। अदालत के आदेश पर पुलिस ने चारो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस किसी झंझट में नहीं पड़ना चाहती थी और आरोपियों को जेल भेजने की कोशिश में जुट गई। इसी बीच किसी ने पुलिस को पुख्ता सबूत देते हुए बताया कि महिला दलित नहीं बल्कि पिछड़ी जाति की है। इधर, गांव और आसपास के लोगों ने भी पुलिस को शपथ पत्र देते हुए कहा कि पेशबंदी के चलते उसने इस तरह की कहानी बनाई है। इससे पहले भी वह तमाम लोगों पर इस तरह के आरोप लगा चुकी है। पुलिस ने इसके बाद जांच की दिशा बदल दी, इसी दौरान पुलिस के हाथ उसका जाति प्रमाण पत्र लगा तो वह उसको लेकर एसपी सिटी के पास पहुंची। पुलिस ने एसपी सिटी को सारी सच्चाई बता दी। शुक्रवार को एसपी सिटी ने सीओ दातागंज को महिला के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए।

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महिला काफी शातिर दिमाग है। वह गंभीर धाराओं के चक्कर में दलित बन गई थी। सच्चाई सामने आने पर पता चला कि वह दलित नहीं है बल्कि पिछड़ी जाति की है। इससे पहले भी वह इस तरह के आरोप तमाम लोगों पर लगा चुकी है। जांच में पेशबंदी की कहानी पूरी तरह से सामने आने पर महिला के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

- कमल किशोर, एसपी सिटी


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