मांगों को लेकर रसोइयों ने रखा उपवास
राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया संघ के आह्वान पर मालवीय अध्यापक आवास गृह पर उपवास चल रहा है।
बदायूं : राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया संघ के आह्वान पर मालवीय अध्यापक आवास गृह पर चल रहा परिषदीय विद्यालयों की रसोइयों का उपवास 14वें दिन भी जारी रहा। मकर संक्रांति न मनाने का निर्णय लिया गया।
जिला सचिव कोमल शर्मा ने कहा कि रसोइयों की समस्याओं को लेकर प्रशासन खामोश है। गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जिला उपाध्यक्ष लौंगश्री ने कहा कि रसोइया पूरा दिन मेहनत करती रहती हैं, लेकिन उनके दुख सुनने वाला कोई नहीं है। जिलाध्यक्ष नेमवती, राकेश सोलंकी, डॉ. सतीश ¨सह, प्रेमपाल पटेल, प्रेमप्रकाश गुप्ता ने विचार व्यक्त किए। बताया कि रसोइयां का मानदेय कम से कम दस हजार रुपये प्रति माह होना चाहिए। उन्हें 20 महीने से मात्र एक हजार रुपये मानदेय ही दिया जा रहा है। उनका मानदेय निजी खातों में ही जाना चाहिए। अपना मानदेय होने के बाद भी हर महीना हाथ फैलाना पड़ता है। कार्य करने के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग जनवरी महीने का मानदेय नहीं देता। श्यामवती, मंजूदेवी, ¨पकी, कन्यावती, कटोरी देवी, शशिबाला, वीरवती, उर्मिला, लक्ष्मी राय, तुलसा भारती, विमला, कमलेश, सरला देवी, शांति, मीरा, सत्यवती आदि उपस्थित रहीं।