निर्धारित से ज्यादा रेट वसूले तो निरस्त होगा लाइसेंस
जिले में हुए तीन करोड़ के खाद घोटाला के बाद यूरिया को तरस रहे किसानों की पुकार शासन तक पहुंच गई।
बदायूं : जिले में हुए तीन करोड़ के खाद घोटाला के बाद यूरिया को तरस रहे किसानों की पुकार शासन तक पहुंच गई है। किसानों की परेशानी को देखते हुए शासन ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि खाद कारोबारियों के यहां छापेमार अभियान चलाकर किसानों को खाद मुहैया कराई जाए। हर तहसील पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। पहले दिन की ही छापेमारी में टीमों को खाद गोदामों पर तमाम अनियमितताएं मिलीं जहां खाद कारोबारियों को सचेत किया गया कि निर्धारित रेट से ज्यादा अगर खाद बेचा गया तो उनका लाइसेंस निरस्त होगा।
गुरुवार को छापेमार टीमों का गठन करते हुए उप कृषि निदेशक को तहसील सदर, जिला कृषि अधिकारी तहसील सहसवान, बिल्सी, भूमि संरक्षण अधिकारी को बिसौली, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी को दातागंज तहसील का प्रभारी नियुक्त किया गया। उनको निर्देश जारी किए गए कि वह अपने-अपने तहसील क्षेत्रों में जाकर खाद के गोदामों पर छापेमारी कर हकीकत को परखेंगे। जिले में जरूरत के हिसाब से यूरिया मौजूद पाई गई। 13 हजार मैट्रिक टन यूरिया का स्टाक देखा गया तो खाद कारोबारियों को चेतावनी दी गई कि 299 रुपये से ज्यादा अगर किसी ने भी खाद बेची तो उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। टीमों ने किसानों को भी जागरूक किया कि वह 299 रुपये से ज्यादा की कीमत पर खाद नहीं खरीदें। कोई भी खाद बिक्रेता अगर खाद के साथ और सामान देने की जिद करता है तो उसकी सूचना तत्काल उन्हें दी जाए जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।